प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम मंगलवार को रायपुर में कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय राजीव भवन पहुंची और एक समन जारी कर सुकमा-कोंटा में बने कांग्रेस कार्यालय भवन को लेकर जवाब मांगा.
ईडी ने साल 2018 से साल 2023 के बीच में सुकमा जिले के कोंटा में बने कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन की लागत और उसके निर्माण के लिए आई राशि के संबंध में जानकारी देने को कहा है. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री मलकीत सिंह गैंदु से टीम के सदस्यों ने बातचीत की इसके बाद एक समन पकड़ाकर लौट गए. दोपहर एक से दो बजे के बीच में टीम के सदस्य पहुंचे थे. उनके साथ सुरक्षा बल के जवान भी मौजूद थे.
बढ़ा सियासी पारा
कांग्रेस भवन में ईडी के अधिकारियों के पहुंचने से सियासी पारा चढ़ गया. कांग्रेस पदाधिकारी ने बताया कि शराब घोटाला मामले में जानकारी के लिए टीम के सदस्य पहुंचे थे. ED के अधिकारियों ने एक समन जारी कर साल 2018 से साल 2023 के बीच में सुकमा जिले के काउंटर में बने कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन की लागत और उसके निर्माण के लिए आई राशि के संबंध में जानकारी देने कहा है. इसके लिए 27 फरवरी को कांग्रेस के पदाधिकारी को ईडी कार्यालय बुलाया गया है. जांच एजेंसी के अधिकारियों के लौट जाने के बाद कांग्रेस की ओर से एक विज्ञप्ति जारी की गई है. छत्तीसगढ़ कांग्रेस के संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि बीजेपी का प्रदेश कार्यालय करीब डेढ़ सौ करोड रुपए की लागत से बना है वह पैसा कहां से आया क्या इसकी पूछताछ भी ED करेगी?
डिप्टी सीएम और नेता प्रतिपक्ष में वार-पलटवार
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने ईडी पर कांग्रेस नेताओं को परेशान करने का आरोप लगाया है. वहीं इस पर पलटवार करते हुए उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने तंज कसते हुए कहा कि जितना नोट छापा है, उसके विरुद्ध ये छापा है.
डॉ. चरण दास महंत ने मीडिया से चर्चा में कहा कि सालभर से छापा ही छापा पड़ रहा है. ईडी के पास कोई सबूत नहीं है, सिर्फ नेताओं को परेशान करने का काम है, यह हमारे लिए दुख का विषय है. लोकतंत्र में ऐसी बात नहीं होनी चाहिए, इसकी निंदा करते हैं.।
जितना नोट छापा है, उसके विरुद्ध ये छापा है’
इस पर पलटवार करते हुए गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि ईडी अपनी कार्रवाई कर रही है. जो भ्रष्टाचार में संलिप्त हैं, सबको जेल जाना चाहिए. शर्मा ने कहा कि उन्होंने जितना नोट छापा है, उसके विरुद्ध ये छापा है. शराब घोटाला छत्तीसगढ़ के बच्चे-बच्चे जानते हैं. ईडी का छापा वहां पड़ा है, जहां भ्रष्टाचार का पैसा लगा है. कोई व्यक्ति बड़ा है, तो उसके सामने कानून छोटा नहीं होता.