रायपुर में कांग्रेस नेता विकास तिवारी के खिलाफ चैतन्य टैक्नो स्कूल और प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने कलेक्टर और एसपी से लिखित शिकायत की है। चैतन्य स्कूल का आरोप है कि विकास तिवारी स्कूल में आकर ब्लैकमेल कर पैसे देने के लिए दवाब बनाते हैं।
शिकायत में बताया कि, अमलीडीह और सरोना में उनकी स्कूल मान्यता के साथ संचालित है। लेकिन विकास तिवारी मान्यता और अन्य कार्यों के लिए आपका काम करवा दूंगा, ऐसा कहकर लगातार ब्लैकमेल करता है। वो हमारे दोनों स्कूलों के लिए 5-5 लाख रुपए की मांग कर चुका है।
समिति में मेंबर बनाने और 20 प्रतिशत लाभ देने की डिमांड
चैतन्य स्कूल प्रबंधक ने कहा कि, हमारी स्कूल के अधोसंरचना और कागजात पूरे थे। जिससे हमें विधिवत मान्यता मिल गई है। लेकिन विकास तिवारी लगातार ब्लैकमेल कर कहता है कि जिस स्कूल को समिति संचालित करती है, उसमें उसे मेंबर बनाया जाए। दोनों स्कूलों के लाभ का 20 प्रतिशत उसे दिया जाए। नहीं तो वे स्कूल चलने नहीं देगा। जिसके लिए वह लगातार प्रदर्शन कर रहा है।
स्कूल प्रबंधन और प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने कलेक्टर और एसपी से शिकायत कर विकास तिवारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। साथ ही स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे और कर्मचारियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा प्रदान करने की मांग की है।
झूठी शिकायत की गई- विकास तिवारी
इस मामले में कांग्रेस नेता विकास तिवारी का कहना है कि, मेरी छवि को खराब करने के लिए झूठी शिकायत की गई है। प्रदेश में लगातार गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों के खिलाफ आंदोलन किया जा रहा है।
CBSC से एफिलेशन बता कर करवाया गया एडमिशन
विकास ने बताया कि, चैतन्य टेक्नो स्कूल पिछले साल से प्रदेश में 10 से 15 फर्जी स्कूल चल रहे हैं। अभी 26 जून को रायपुर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से मान्यता दी गई है। जो मान्यता दी गई है वह भी फर्जी है। चैतन्य स्कूल में मेरे दो बच्चे एक कक्षा तीसरी और एक नवमी में पढ़ाई कर रहे हैं।
हमें बताया गया था चैतन्य स्कूल CBSC से एफिलेटेड है। अभी इस स्कूल में लगभग में 900 बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। स्कूल के खिलाफ मैने 28 जून को लिखित शिकायत पुरानी बस्ती सीएसपी से की थी।प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन इस बात से परेशान है कि हम लगातार गलत तरह से संचालित होने वाले स्कूलों के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं।
विकास और NSUI कार्यकर्ताओं पर हो चुकी है FIR
कांग्रेस नेता विकास तिवारी समेत 2 NSUI नेता कुणाल दुबे और हेमंत पाल के खिलाफ राजेन्द्र नगर थाने में 8 जून को FIR हुई थी। कृष्णा किड्स स्कूल प्रबंधन का आरोप था कि इन्होंने स्कूल के अंदर जबरदस्ती घुसकर शिक्षा विभाग और संस्था के खिलाफ नारेबाजी कर स्टाफ को गाली दी।