छत्तीसगढ़ में पश्चिमी विक्षोभ का असर कम हो गया है. इसकी वजह से हवा में नमी की मात्रा कम हो रही है. ऐसे में अब न्यूनतम तापमान में फिर से गिरावट का दौर शुरू हो रहा है.
मौसम विज्ञानियों के अनुसार सोमवार को प्रदेश में चार डिग्री सेल्सियस तक न्यूनतम तापमान में गिरावट होने के आसार हैं. इसके उत्तरी छत्तीसगढ़ में यह चार डिग्री, जबकि मध्य और दक्षिणी छत्तीसगढ़ में दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट संभावित है.
वहीं, प्रदेश में मौसम शुष्क रहने की संभावना है. इसके अलावा 15 जनवरी के बाद दोबारा से पश्चिमी विक्षोभ असर दोबारा शुरू होने के आसार हैं, जिसकी वजह से न्यूनतम तापमान में वृद्धि का दौर शुरू होगा. इसी बीच रविवार को प्रदेश में मौसम शुष्क रहा.
प्रदेश में सर्वाधिक तापमान 29.4 डिग्री सेल्सियस जगदलपुर में, जबकि न्यूनतम तापमान दंतेवाड़ा में 8.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
पश्चिमी विक्षोभ पंजाब और उसके आसपास के क्षेत्रों में समुद्र तल से 3.1 और 9.4 किमी की ऊंचाई पर स्थित है। वहीं, इसका असर प्रदेश में बहुत कम हो चुका है. हालांकि इसकी वजह से 12 व 13 जनवरी को उत्तरी छत्तीसगढ़ में एक दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ वज्रपात व बहुत हल्की बारिश होने की संभावना है.
अधिकतम तापमान भी सिर्फ दुर्ग में कम
इसके अलावा अधिकतम तापमान भी सिर्फ दुर्ग में ही सामान्य औसत से कम है। दुर्ग में यह सामान्य से 0.6 डिग्री सेल्सियस कम है. वहीं, रायपुर में 1.2 डिग्री, पंड्रा रोड में 0.9 डिग्री, जगदलपुर 0.5 डिग्री, अंबिकापुर में 0.4 डिग्री सेल्सियस तक अधिक है.
मौसम विज्ञानियों के पिछले तीस साल के आंकड़ों के अनुसार न्यूनतम तापमान सामान्य औसत से दुर्ग को छोड़कर शेष सभी जगहों पर अधिक है. दुर्ग में यह सामान्य से 3.9 डिग्री सेल्सियस कम है, जबकि अंबिकापुर में 2.2 डिग्री, रायपुर में दो डिग्री, पेंड्रा रोड में 1.7 डिग्री, बिलासपुर में 0.9 डिग्री और जगदलपुर में 0.6 डिग्री सेल्सियस सामान्य औसत से अधिक है.