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अमेठी में परिवार खत्म करने वाला चंदन फरार, डेढ़ महीने पहले हुई थी FIR, जानें- हत्याकांड की इनसाइड स्टोरी

Uttar Pradesh: अमेठी जिले के शिवरतनगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत अहोरवा भवानी चौराहे के पास मंदिर मार्ग पर मुन्ना स्वास्थ्य के घर में किराए पर रहने वाले 35 वर्षीय दलित अध्यापक सुनील कुमार और उनकी पत्नी पूनम भारती तथा 6 वर्षीय बेटी सृष्टि और 2 वर्षीय बेटी लाडो की देर शाम करीब 7:30 बजे गोली मारकर नृशंस हत्या कर दी गई. जब तक घर के अंदर पुलिस और स्थानीय लोग दाखिल हुए तब तक बदमाश हत्या कर पीछे के रास्ते से फरार होकर चुके थे.

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मृतक अध्यापक सुनील कुमार रायबरेली जनपद की सदर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत सुदामापुर गांव का रहने वाला था. यह अमेठी जिले के सिंहपुर ब्लाक अंतर्गत पनहौना कंपोजिट विद्यालय में सहायक अध्यापक पद पर कार्यरत था. बताया जा रहा है कि रामगोपाल के दो पुत्र थे. बड़ा बेटा मुंबई में अपने परिवार के साथ रहता है. जबकि छोटा बेटा सुनील अध्यापक था.

अभी थोड़े ही दिन पूर्व का ट्रांसफर अमेठी जनपद में हुआ था शुरू में वह अकेला ही रहता था लेकिन पिछले तीन महीने से वह अपने परिवार को भी साथ ले आया. सुनील की पत्नी पूनम भारती के द्वारा रायबरेली जिले में 18 अगस्त 2024 को सदर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत सुमित्रा हॉस्पिटल में अपने बेटे की दावा करने गई थी. वहीं पर चंदन वर्मा पुत्र मायाराम निवासी तेलिया कोट जनपद रायबरेली के द्वारा अभद्रता करते हुए मारपीट की गई थी.

इसके संबंध में पूनम भारती की तहरीर पर रायबरेली कोतवाली सदर में अश्लील हरकत करने का प्रयास और मारपीट के मामले तथा जान से मारने की धमकी देने सहित एससी एसटी एक्ट में चंदन वर्मा के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराया गया था. लेकिन पुलिस के द्वारा उसका 151 में चालान करते हुए मामले को रफा दफा कर दिया गया था. इसके बाद 3 अक्टूबर को अमेठी में इस तरह की बड़ी घटना घटी है. हालांकि पूनम भारती के द्वारा तहरीर में यह भी लिखा गया था कि चंदन वर्मा ने उसे इसके पहले भी जान से मारने की धमकी दे चुका है और अपने परिवार के जान माल का खतरा भी बताया. साथ में अभी लिखा था कि यदि भविष्य में मेरे या मेरे पद के साथ कोई दुर्घटना होती है तो उसके जिम्मेदार चंदन वर्मा ही होंगे.

अब पुलिस सहित सभी लोगों की निगाह चंदन वर्मा की ऊपर टिकी हुई है. हालांकि अमेठी पुलिस और एसओजी टीम के साथ-साथ नगर कोतवाली रायबरेली की पुलिस भी चंदन वर्मा की तलाश में जोर शोर से लगी हुई है.

घटना की जानकारी मिलते ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए अधिकारियों को तत्काल पहुंचने के निर्देश दिए.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद अमेठी के जिलाधिकारी निशा अनंत और पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार सिंह के साथ मौके के घटनास्थल पर पहुंचे आईजी जोन अयोध्या प्रवीण कुमार और एडीजी जोन लखनऊ एसबी सिरोड़कर ने घटनास्थल पर पहुंचकर लगभग एक घंटे जांच पड़ताल करते हुए प्रत्येक एंगल से घटना पर मंथन किया.

इस दौरान आईजी जोन अयोध्या प्रवीण कुमार ने बताया कि हमारी फॉरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर साक्ष्य संकलन किया है. गहनता से जांच करने के उपरांत पता चला कि कोई जबरदस्ती नहीं घुसा है. एक ही दरवाजा है जिधर से बदमाश घुसे हैं. घर का जो दरवाजा था या तो पहले से खुला था या फिर खोला गया है. हमारी पुलिस की 4 टीमें लगी हुई है. हम लोगों ने बहुत ही महत्वपूर्ण साक्ष्य संकलित कर लिया है. जल्दी ही घटना का अनावरण किया जाएगा. बच्चों की हत्या करने का मतलब यह है कि जब आप किसी को पहचान रहे हो तभी बच्चों की हत्या की जाती है. हमको घटना के जो भी साक्ष्य मिले हैं उसके आधार पर बहुत ही जल्दी घटना का खुलासा कर दिया जाएगा.

पुलिस के बड़े अधिकारियों के द्वारा निरीक्षण करने के उपरांत अमेठी जिले के पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार सिंह ने एक बार पुनः अपना बयान देते हुए बताया है कि घटनास्थल पर फॉरेंसिक टीम को बुलाकर साक्ष्य संकलन की कार्यवाही की गई. घटना के संबंध में कुछ अहम सुराग मिले हुए हैं. घटना के आराम अनावरण हेतु पांच अलग-अलग टीमें लगा दी गई है. शीघ्र ही घटना का अनावरण करते हुए दोषियों के खिलाफ कठोरता विधिक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी.

इस घटना की निंदा करते हुए उत्तर प्रदेश में विपक्ष के नेता अखिलेश यादव ने भी ट्वीट करते हुए सरकार पर निशाना साधा है.

अमेठी सांसद किशोरी लाल शर्मा ने ट्वीट करते हुए कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने लिखा है कि शिवरतनगंज इलाके में घर में घुसकर बदमाशों ने कंपोजिट विद्यालय में सहायक अध्यापक सुनील कुमार उनकी पत्नी और दोनों बच्चों की बेरहमी से गोली मारकर हत्या कर दी है. हैवान अपराधियों ने पूरे परिवार को खत्म कर दिया. इस हृदयविदारक घटना के बारे में सुनकर रूप कांप उठी. समस्त अमेठी परिवार के लोगों का मन जितना विचलित है उतना ही आक्रोशित भी. यह सामूहिक हत्याकांड सरकार की ध्वस्त कानून व्यवस्था का ही नतीजा है. अपराधी बेखौफ है. पुलिस प्रशासन तत्काल अपराधियों को गिरफ्तार कर उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलाए.

क्या बोले मृतक के परिजन और पड़ोसी
मृतक के पिता रामगोपाल ने कहा कि कुछ दिन पहले बेटे को बदमाशों ने घेर लिया था. टीचर सुनील के गांव सुदामापुर में कोहराम मच गया है. पिता राम गोपाल ने कहा- मेरे दो बेटे हैं. बड़ा बेटा मुंबई में परिवार के साथ रहता है. सुनील छोटा था. मैंने मजदूरी करके दोनों बेटों को पढ़ाया. सुनील को नौकरी मिली तो वह काफी दिन अकेले रहा. बाद में अपने परिवार को भी साथ ले गया. उन्होंने बताया- कुछ दिन पहले सुनील को बदमाशों ने घेर लिया था. तब आसपास के लोगों ने खदेड़ कर बदमाशों को भगाया था. तब बेटे ने केस भी दर्ज कराया था. आज थाने से दरोगा जी आए और हमसे पूछताछ करने लगे. तभी हमें शंका होने लगी कि बेटे के साथ कोई अनहोनी हो गई है. मेरा पूरा परिवार खत्म हो गया. पड़ोसी दीपक सिंह ने बताया- मुझे जैसे ही जानकारी मिली मैं सुनील के घर पहुंचा. किसी से इनका विवाद चल रहा था. एसटी एससी का मुकदमा रायबरेली में किया था.

डीजीपी प्रशांत कुमार को हटाने की उठी मांग
आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने अमेठी की सामूहिक हत्याकांड के क्रम में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार को तत्काल हटाए जाने की मांग की है.

अपने एक्स पोस्ट उन्होंने कहा कि जहां एक और उत्तर प्रदेश में लगातार फर्जी एनकाउंटर का अंबार लगा हुआ है, वही दूसरी ओर सुल्तानपुर और अमेठी जैसी घटनाएं यह साबित कर रही है कि प्रदेश में पुलिस मात्र दिखावा बन के रह गई है.

उन्होंने कहा कि अत्यंत जूनियर अफसर होने के बाद भी डीजीपी बनाए गए प्रशांत कुमार पिछले लगभग साढ़े वर्षों से यूपी पुलिस में हो रहे तमाम गलत कार्यों के केंद्र में रहे हैं. उन्होंने कहा कि यदि योगी आदित्यनाथ राजधर्म और राजनीति में नैतिकता का पालन करना चाहते हैं तुम्हें तत्काल प्रशांत कुमार को उनके पद से हटाएं.

आरोपी अभी तक फरार
इस मामले में अभी मुख्य आरोपी चंदन वर्मा की गिरफ्तारी नहीं हुई है. चन्दन वर्मा के परिवार के लोगों से पुलिस पूछताछ कर रही है. चंदन की गिरफ़्तारी को लेकर जगह- जगह दबिश दी जा रही है.

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