चंदौली: जनपद के हथियानी गांव के तीन मासूम बच्चों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. कुछ महीने पहले फरवरी माह में सड़क हादसे में पिता की मौत हो गई थी और अब मां की भी सर्पदंश से मौत हो गई. मां-बाप का साया उठ जाने से मासूम पूरी तरह अनाथ हो गए हैं.
गांव के लोगों का कहना है कि पिता की मौत के बाद बच्चों की परवरिश का पूरा बोझ मां पर आ गया था. वह किसी तरह बच्चों को संभाल रही थी, लेकिन अचानक हुई इस घटना ने उनके सिर से आखिरी सहारा भी छीन लिया। तीनों मासूमों की मासूमियत अब असमय कठिनाइयों से जूझने पर मजबूर हो गई है.
ग्रामीणों ने बताया कि सर्पदंश के बाद इलाज में देरी भी उनकी मौत का कारण बनी. घटना के बाद गांव में गमगीन माहौल है और हर किसी की आंखें बच्चों को देखकर नम हो जा रही हैं.
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इन मासूमों के जीवन को सुरक्षित बनाने के लिए तुरंत आर्थिक मदद और स्थायी राहत की व्यवस्था की जाए. ग्रामीणों का कहना है कि यदि प्रशासन समय रहते मदद नहीं करता तो बच्चों का भविष्य अंधकार में चला जाएगा.
अब सबकी निगाहें इस पर टिकी हैं कि प्रशासन इन मासूमों के आंसू पोंछने और उनके जीवन को संवारने के लिए कब तक ठोस कदम उठाता है.