चन्दौली : झाड़-फूंक और तंत्र-मंत्र के नाम पर भोले-भाले ग्रामीणों को ठगने वाले एक शातिर मौलवी को चन्दौली पुलिस ने धर दबोचा। आरोपी इस्लामुद्दीन ने न सिर्फ अपने जादू-टोने के झांसे में लेकर लाखों की ठगी की, बल्कि फर्जी दस्तावेजों के सहारे अपनी पहचान छिपाने में भी माहिर था.
मझवार रेलवे स्टेशन पर चन्दौली पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि एक व्यक्ति तंत्र-मंत्र के नाम पर ठगी कर भागने की फिराक में है। जब पुलिस टीम मौके पर पहुंची, तो साहु जी के पोखरे के पास बैठा शख्स ट्रेन पकड़ने की तैयारी कर रहा था। उसकी तलाशी में 4.10 लाख रुपये नकद, फर्जी आधार कार्ड, नेपाली पहचान पत्र, और कई रहस्यमयी सामग्री बरामद हुई.
पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह मस्जिद में मौलवी का काम करता था। अपने झाड़-फूंक के हुनर से उसने नसीरपुर और आसपास के गांवों के लोगों को झांसे में लिया। 20 से 25 हजार रुपये प्रति व्यक्ति ठगते हुए उसने 26 लाख रुपये की ठगी की। जब ग्रामीणों ने पैसे वापस मांगे, तो वह चुपचाप बिहार भाग गया.
पुलिस ने आरोपी के पास से जो सामान बरामद किया, वह किसी फिल्मी तांत्रिक की सामग्री से कम नहीं था:
40 जंतर के खोखे
02 शीशी इत्र
काले धागे और उर्दू में लिखी तंत्र-मंत्र की 5 किताबें
फर्जी आधार कार्ड और नेपाली पहचान पत्र
आरोपी जो नेपाल का रहने वाला है, बिहार में फर्जी पहचान के साथ रह रहा था। वह जादू-टोने के जरिए लोगों को डराता और उनसे पैसे ऐंठता। नसीरपुर गांव के भोले ग्रामीण उसका मुख्य निशाना थे।
पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे के अनुसार, यह गिरफ्तारी अपराध के खिलाफ उनकी सख्त मुहिम का हिस्सा है। उन्होंने जनता से अपील की है कि वे ऐसे धोखेबाजों से सावधान रहें और किसी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें.