चंदौली : डीडीयू नगर सिकटिया स्थित जन्नत गांव के वनवासियों ने सोमवार को अपनी आवंटित जमीन पर जबरन कब्जे और प्लाटरों को बेचने के विरोध में धरना प्रदर्शन किया. वनवासियों ने आरोप लगाया कि ग्राम प्रधान श्रीराम और कृष्णा प्रसाद, जो धरना गांव के निवासी हैं, पुलिस और लेखपाल के साथ मिलकर उनकी 1976 में आवंटित जमीन पर कब्जा कर रहे हैं.
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि ग्राम प्रधान और उसके सहयोगी वनवासियों को बेघर कर उनकी जमीन प्लाटरों को बेचने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि पहले भी प्रधान ने इस जमीन पर निर्माण कार्य शुरू करवाया था, लेकिन जिलाधिकारी को शिकायत करने के बाद जांच हुई और अवैध निर्माण को गिरा दिया गया.
वनवासियों का कहना है कि मुख्यमंत्री कार्यालय से जिलाधिकारी को निर्देश दिए गए थे कि उनकी जमीन का संरक्षण किया जाए, लेकिन इसके बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई. इससे आक्रोशित होकर सैकड़ों वनवासी महिलाओं और पुरुषों ने धरना प्रदर्शन किया.धरना का नेतृत्व कर रहे राकेश कुमार पटेल ने आरोप लगाया कि प्रधान ने पुलिस और लेखपाल भोला शर्मा के साथ मिलकर दबाव डाला और वनवासियों को जेल भेजने की धमकी दी. उन्होंने कहा कि प्रधान की साजिश से करीब 75 वनवासी परिवार प्रभावित हो रहे हैं.
प्रदर्शनकारियों ने जिलाधिकारी और मुख्यमंत्री से अपील की है कि इस मामले में जल्द कार्रवाई की जाए और उनकी जमीन उन्हें वापस दिलाई जाए. उनका कहना है कि अगर उनकी समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो सभी परिवार आत्मदाह करने को मजबूर होंगे.वनवासियों ने जिला प्रशासन से प्रधान और उसके सहयोगियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और उनकी जमीन को सुरक्षित रखने की मांग की है. वहीं, प्रशासन ने मामले की जांच करने और उचित कदम उठाने की बात कही है.