चंदौली : डीडीयू रेल मंडल में लोको पायलट के प्रमोशन के लिए आयोजित होने वाली विभागीय परीक्षा में पेपर लीक का मामला सामने आया है. सोमवार को सीबीआई ने इस गड़बड़ी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए कई स्थानों पर छापेमारी की. लखनऊ से आई सीबीआई की टीम ने मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र के भागीरथी कॉलोनी और कालीमहाल इलाकों में दबिश दी और 26 लोगों को हिरासत में लिया. पकड़े गए लोगों में लोको पायलट सहित रेलवे विभाग के कई कर्मचारी शामिल हैं.
सूत्रों के अनुसार, मंगलवार को लोको पायलट के प्रमोशन के लिए विभागीय परीक्षा होनी थी. लेकिन परीक्षा से पहले ही प्रश्नपत्र परीक्षार्थियों को उपलब्ध कराए जा रहे थे. सीबीआई टीम ने छापेमारी के दौरान इन प्रश्नपत्रों को बरामद कर लिया. जांच के दौरान कई लोको पायलट को परीक्षा का पेपर सॉल्व करते हुए पकड़ा गया.
सीबीआई के डिप्टी एसपी के नेतृत्व में की गई इस छापेमारी ने डीडीयू रेल मंडल में हड़कंप मचा दिया. टीम ने भागीरथी कॉलोनी और कालीमहाल इलाकों से 26 लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें लोको पायलट और रेलवे कर्मचारी शामिल हैं. इसके अलावा, पीडीडीयू रेल मंडल कार्यालय में भी छानबीन की गई, जहां हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ जारी है.
सीबीआई ने कार्रवाई के दौरान मीडिया से पूरी तरह दूरी बनाए रखी. हालांकि, सूत्रों का कहना है कि इस पेपर लीक कांड में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं. फिलहाल, सीबीआई इस मामले की गहराई से जांच कर रही है.
इस घटना ने रेलवे विभागीय परीक्षाओं में पारदर्शिता और ईमानदारी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. सीबीआई की इस कार्रवाई से यह संदेश साफ है कि गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे.
सीबीआई टीम हिरासत में लिए गए सभी लोगों से गहन पूछताछ कर रही है. प्राथमिक जांच में यह बात सामने आई है कि परीक्षा का सॉल्व पेपर परीक्षार्थियों तक पहले ही पहुंचा दिया गया था. जांच पूरी होने के बाद इस मामले में और भी बड़े नाम सामने आ सकते हैं.
इस छापेमारी ने रेलवे में चल रहे प्रमोशन से जुड़े भ्रष्टाचार की पोल खोल दी है. सीबीआई की इस कार्रवाई से रेलवे विभाग में अनुशासन और पारदर्शिता सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है.