चंदौली : सकलडीहा कोतवाली क्षेत्र के नोनार गांव स्थित तुलसी आश्रम में एक बीए छात्र ने संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी. घटना बुधवार रात की है, जब घर में कोई मौजूद नहीं था. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और मामले की जांच शुरू कर दी.
22 वर्षीय सेवालाल मौर्या, जो रामप्यारे मौर्या का इकलौता बेटा था, अविवाहित था और अपनी मां के साथ घर पर रहता था. परिवार में तीन बहनें- किरण, सोनी और पूजा हैं, जिनकी शादी हो चुकी है. पिता रामप्यारे मौर्या अधिकतर समय खेत में बने पंपिंग सेट पर बिताते हैं.
बुधवार को सेवालाल की मां जामवंती देवी किसी काम से मुगलसराय गई थीं. ट्रेन न मिलने के कारण वह रात में घर नहीं लौट सकीं. घर में अकेले मौजूद सेवालाल ने रात के किसी समय टिन शेड में पाइप से गमछे का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली.
सुबह करीब 4 बजे जब जामवंती देवी घर लौटीं, तो बेटे को फांसी पर लटका देख सन्न रह गईं. उनकी चीख-पुकार सुनकर पड़ोस के लोग पहुंचे और शव को नीचे उतारा. इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई.
सेवालाल की मौत से परिवार में कोहराम मच गया है. मां, पिता और तीनों बहनों का रो-रोकर बुरा हाल है. गांव में भी शोक की लहर दौड़ गई है. इकलौते बेटे को खोने के गम में परिवार टूट चुका है.
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और घटना की जांच की जा रही है. हालांकि आत्महत्या के पीछे का कारण अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है. पुलिस हर पहलू से मामले की जांच कर रही है.
इस दर्दनाक घटना ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है. विशेषज्ञों का मानना है कि परिवार को इस मुश्किल समय में मानसिक और सामाजिक सहारे की आवश्यकता है. यह घटना समाज के लिए एक चेतावनी है कि मानसिक स्वास्थ्य को नजरअंदाज न किया जाए. पुलिस जांच के बाद ही इस घटना के पीछे की सच्चाई सामने आ सकेगी.