चंदौली : पीडीडीयू नगर स्थित रेलवे प्लांट डिपो के इंजीनियरिंग कारखाना में सोमवार को काम के दौरान दर्दनाक हादसे में महिला टेक्निशियन नीतू कुमारी (29) की मौत हो गई. ड्रिल मशीन में उनकी चुन्नी फंसने से उनका गला दब गया, जिससे मौके पर ही उनकी जान चली गई. घटना के बाद रेल कर्मचारियों में शोक की लहर दौड़ गई. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
नीतू कुमारी, मूल रूप से बिहार के पटना जिले के खगौल, दानापुर की रहने वाली थीं. वर्ष 2014 में रेलवे प्लांट डिपो में हेल्पर के रूप में नियुक्त होने के बाद वर्तमान में वह संरचनाशाला अनुभाग के हेवी गार्डर-01 सेक्शन में टेक्निशियन-1 (मशीनिस्ट) के रूप में कार्यरत थीं. वह अपने पति चंदन कुमार, जो रेलवे में लोको पायलट हैं, के साथ प्लांट डिपो कॉलोनी के रेलवे क्वार्टर में रहती थीं. उनके दो छोटे बच्चे हैं, जिनकी उम्र क्रमशः दो और चार वर्ष है.
सोमवार सुबह 11 बजे नीतू रोजाना की तरह ड्रिल मशीन पर काम कर रही थीं. ठंड से बचाव के लिए उन्होंने चुन्नी कान में बांध रखी थी। काम के दौरान अचानक चुन्नी का एक सिरा मशीन में फंस गया, जिससे उनका गला बुरी तरह दब गया. कर्मचारियों ने तत्काल मशीन बंद कर नीतू को छुड़ाया और रेलवे के लोको मंडलीय अस्पताल पहुंचाया. हालांकि, वहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
घटना के बाद नीतू के पति चंदन कुमार का रो-रोकर बुरा हाल है. वह बार-बार बेहोश हो जा रहे हैं. नीतू की असामयिक मौत से उनके सहकर्मियों और रेलवे कॉलोनी में शोक की लहर है.
घटना की सूचना पर प्लांट डिपो के मुख्य कारखाना प्रबंधक वारिज नयन, अधिशासी इंजीनियर एसके राय, वरिष्ठ कार्मिक अधिकारी राजीव कुमार सिंह, सहायक इंजीनियर घनश्याम राय, ईसीआरकेयू के केंद्रीय सहायक महामंत्री बीबी पासवान और ईसीआरईयू के एसके शर्मा समेत अन्य पदाधिकारी मौके पर पहुंचे.
मुगलसराय कोतवाली प्रभारी विजय बहादुर सिंह ने बताया कि महिला टेक्निशियन की गला दबने से मौत हुई है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है.
नीतू कुमारी की इस आकस्मिक मौत ने उनके परिवार और सहकर्मियों को स्तब्ध कर दिया है. रेलवे कर्मचारियों ने घटना को लेकर दुख व्यक्त करते हुए सुरक्षा उपायों को और अधिक सख्त करने की मांग की है.