चंदौली: डीडीयू रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें 50 वर्षीय यात्री की चलती ट्रेन में चढ़ने के दौरान मौत हो गई. मृतक कुरहना गांव निवासी था और अपनी पत्नी के साथ साहेबगंज जाने के लिए फरक्का एक्सप्रेस पकड़ने आया था.
यात्री प्लेटफॉर्म पर अपनी पत्नी के साथ खड़ा था। जैसे ही फरक्का एक्सप्रेस स्टेशन पर पहुंची, यात्री ने ट्रेन में चढ़ने की कोशिश की. इस दौरान ट्रेन पहले ही चलने लगी थी और संतुलन बिगड़ने से उसका पैर फिसल गया। यात्री प्लेटफॉर्म और ट्रेन के बीच फंस गया और ट्रेन की चपेट में आकर उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया.
जीआरपी प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि मृतक कुरहना गांव का निवासी था। घटना के बाद स्टेशन पर अफरा-तफरी मच गई। जीआरपी ने तत्काल मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेजने की प्रक्रिया शुरू की.
घटना के बाद मृतक की पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। अपने पति को इस तरह खोने के बाद वह बेसुध हो गई। परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। आसपास के यात्रियों ने भी इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया.
इस घटना ने स्टेशन पर सुरक्षा इंतजामों की पोल खोल दी है। प्लेटफॉर्म पर यात्रियों की भीड़ होने के बावजूद कोई गार्ड या रेलवे कर्मी इस स्थिति को संभालने के लिए मौजूद नहीं था. हादसा होने के बाद भी कोई तत्काल मदद उपलब्ध नहीं हो पाई। यात्रियों का कहना है कि रेलवे को चलती ट्रेन में चढ़ने-उतरने के खिलाफ सख्त चेतावनी देनी चाहिए और स्टेशन पर गश्त बढ़ानी चाहिए.
जीआरपी ने इस हादसे को गंभीरता से लेते हुए यात्रियों से अपील की है कि वे चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश न करें। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों को सतर्क रहने और अपनी सुरक्षा का ध्यान रखने की सलाह दी है.
रेलवे विशेषज्ञों के अनुसार, चलती ट्रेन में चढ़ने या उतरने की कोशिश बेहद खतरनाक हो सकती है. हर साल इस तरह की घटनाओं में कई लोग अपनी जान गंवा बैठते हैं. यात्री अक्सर जल्दबाजी और असावधानी के कारण इस तरह की घटनाओं का शिकार हो जाते हैं.
रेलवे प्रशासन ने बार-बार यात्रियों को सतर्क रहने और नियमों का पालन करने की सलाह दी है, लेकिन लापरवाही के कारण इस तरह की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं.
स्थानीय यात्रियों और लोगों ने रेलवे प्रशासन से स्टेशन पर बेहतर सुरक्षा उपाय और जागरूकता अभियान चलाने की मांग की है। उनका कहना है कि प्लेटफॉर्म पर गार्ड की तैनाती, चेतावनी संकेतक और यात्रियों के लिए सुरक्षा जागरूकता के जरिए इस तरह के हादसों को रोका जा सकता है.
यह दुखद हादसा एक बार फिर रेलवे सुरक्षा और यात्रियों की लापरवाही के मुद्दे को उजागर करता है. रेलवे को चाहिए कि यात्रियों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके.