चंदौली: डीडीयू आरपीएफ के प्रभारी निरीक्षक प्रदीप कुमार रावत के नेतृत्व में चेकिंग अभियान के दौरान बाल तस्करी के दो मामलों का पर्दाफाश किया गया. अभियान में एसोसिएशन फॉर वॉलंटरी एक्शन (BBA) की परियोजना अधिकारी चंदा गुप्ता भी शामिल रहीं.
गाड़ी संख्या 12938 गरबा एक्सप्रेस के प्लेटफार्म नंबर 3 पर सामान्य कोच में तीन नाबालिग बच्चों को डरे हुए देखा गया। पूछताछ में पता चला कि शिबुधन मुर्मू (24), निवासी जामताड़ा (झारखंड), इन्हें साड़ी बनाने वाली कंपनी में काम के लिए अहमदाबाद ले जा रहा था. बच्चों की उम्र 12, 15 और 15 वर्ष थी.
गाड़ी संख्या 12487 सीमांचल एक्सप्रेस के प्लेटफार्म नंबर 6 पर तीन और नाबालिग बच्चों को संदिग्ध अवस्था में पाया गया. पूछताछ में पता चला कि आमिर हमजा (30), निवासी अररिया (बिहार), इन्हें पोल्ट्री फार्म में काम के लिए हरियाणा ले जा रहा था। बच्चों की उम्र 12, 17 और 17 वर्ष थी.
बाल तस्करी की पुष्टि होने पर आरपीएफ ने दोनों आरोपियों को मुगलसराय कोतवाली के सुपुर्द कर दिया. उनके खिलाफ बाल श्रम अधिनियम और तस्करी से संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया है.
अभियान में आरपीएफ की टीम में महिला आरक्षी संगीता देवी, आरक्षी संजय मौर्य और बबलू कुमार सहित अन्य अधिकारी शामिल थे.