उत्तर प्रदेश के मिल्कीपुर उपचुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने चंद्रभान पासवान को उम्मीदवार बनाया है. मिल्कीपुर में अब चंद्रभान का सीधा मुकाबला समाजवादी पार्टी उम्मीदवार अजीत प्रसाद से होगा. अजीत सपा सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे हैं.
पत्नी जिला पंचायत सदस्य, पिता भी सियासत में
चंद्रभानु की पत्नी रूदौली से जिला पंचायत की सदस्य हैं. उनके पिता भी लोकल लेवल पर सियासत में सक्रिय हैं. वर्तमान में बीजेपी जिला कार्यकारिणी के सदस्य होने के साथ-साथ चंद्रभान जिला पंचायत के प्रतिनिधि हैं. योगी आदित्यनाथ के मिल्कीपुर में सक्रिय होने के बाद से ही चंद्रभान क्षेत्र में सक्रिय हैं. युवा चेहरा होने की वजह से पार्टी ने चंद्रभान को मौका दिया है.
रेस में शामिल बाबा गोरखनाथ आउट
बाब गोरखनाथ मिल्कीपुर सीट से रेस में सबसे आगे थे, लेकिन पार्टी ने उन्हें उम्मीदवार नहीं बनाया है. बाबा गोरखनाथ इस सीट से विधायक भी रह चुके हैं. 2022 में गोरखनाथ यहां से सिर्फ 13 हजार वोटों से चुनाव हार गए. मिल्कीपुर सीट पर अक्टूबर 2024 में ही विधानसभा के चुनाव हो जाते, लेकिन गोरखनाथ की एक याचिका की वजह से ही उस वक्त चुनाव संपन्न नहीं हो पाया.
अवधेश सांसद चुने गए, इस वजह से चुनाव
2022 में मिल्कीपुर से चुनाव जीतकर यूपी विधानसभा पहुंचे अवधेश प्रसाद अब लोकसभा सांसद बन गए हैं. 2024 के लोकसभा चुनाव में अवधेश को फैजाबाद सीट से जीत मिली. फैजाबाद के अधीन ही अयोध्या की सीट है.
अवधेश इसके बाद राष्ट्रीय राजनीति में खूब सुर्खियों में रहे. उनकी वजह से रिक्त हुई इस सीट पर सपा ने अजीत प्रसाद को उम्मीदवार बनाया है. अजीत पहले अमेठी की एक सीट से चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन उन्हें उस वक्त जीत नहीं मिली थी.
यहां से बीएसपी ने उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया है. मिल्कीपुर में बीजेपी की तरफ से योगी आदित्यनाथ और सपा की तरफ से अखिलेश यादव खुद चुनावी कैंपेन संभाले हुए हैं.