अगस्त के अंतिम दिन से छत्तीसगढ़ का मौसम करवट बदल चुका है। मानसून द्रोणिका दक्षिण की ओर सक्रिय हो गई है, जिसके चलते राज्य के कई हिस्सों में बारिश की गतिविधियां तेज हो गई हैं। मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि आने वाले दिनों में बारिश का दौर और ज्यादा असरदार होगा, जिससे लोगों को उमस और गर्मी से राहत मिलेगी।
शनिवार को बिलासपुर और आसपास के क्षेत्रों में तेज गर्मी और उमस ने लोगों को परेशान कर दिया था। हालांकि मौसम विभाग का कहना है कि 31 अगस्त से ही हल्की बूंदाबांदी शुरू हो जाएगी। प्रदेश के कई इलाकों में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश का दौर देखने को मिल सकता है। एक सितंबर को भी बादल छाए रहेंगे और रुक-रुककर हल्की वर्षा होगी।
सबसे बड़ी राहत 2 से 5 सितंबर के बीच मिलने वाली है। इस दौरान प्रदेश में व्यापक और भारी वर्षा की संभावना जताई गई है। लगातार बारिश होने से खेत-खलिहान तरबतर हो जाएंगे और किसानों को सिंचाई की चिंता से राहत मिलेगी। आमजन को भी गर्मी और उमस से बड़ी राहत का अहसास होगा। वहीं, 6 सितंबर से बारिश की गतिविधियां धीरे-धीरे कम होने लगेंगी और मौसम सामान्य स्थिति की ओर लौट आएगा।
मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। खासतौर पर वज्रपात के खतरे को देखते हुए खुले मैदान या पेड़ों के नीचे खड़े होने से बचने की अपील की गई है।
पूर्वानुमान के अनुसार,
- 31 अगस्त को बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश होगी।
- 1 सितंबर को रुक-रुककर वर्षा और गरज-चमक की संभावना है।
- 2 से 5 सितंबर तक लगातार अच्छी वर्षा होगी, जिससे खेती और जलस्तर को फायदा पहुंचेगा।
- 6 सितंबर से बारिश में कमी आएगी और मौसम सामान्य होने लगेगा।
इस बारिश से जहां किसानों को लाभ होगा, वहीं आम लोगों को भी लंबे समय से चल रही गर्मी और उमस से राहत मिलने वाली है।