पेरिस ओलंपिक 2024 में महिला बॉक्सिंग काफी विवादों में घिरी हुई है. हाल ही में महिलाओं की वेल्टरवेट कैटेगिरी के प्री-क्वार्टर फाइनल में इटली की बॉक्सर एंजेला कारिनी और अल्जीरिया की बॉक्सर इमान खेलीफ के बीच टक्कर हुई थी. जिसमें अल्जीरिया की बॉक्सर इमान खेलीफ पर पुरुष होने के आरोप लगे थे. अब ऐसा ही एक और मामला पेरिस ओलंपिक में सामने आया है. इस महिला खिलाड़ी की भी पिछले साल लिंग पहचान की जांच की गई थी. जहां इस खिलाड़ी को भी IBA वर्ल्ड चैंपियनशिप के दौरान अयोग्य घोषित कर दिया गया था.
अल्जीरिया की बॉक्सर इमान खलीफा के बाद अब ताइवान के लिन यू-टिंग के जेंडर ने बवाल खड़ा कर दिया है. लिन यू-टिंग ने उज्बेकिस्तान की सिटोरा टर्डीबेकोवा को तीन राउंड में शिकस्त देकर क्वाटर फाइनल में अपनी जगह बना ली है. लिन यू-टिंग भी पिछले साल जेंडर टेस्ट में फेल हो गया था, लेकिन अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक कमिटी ने उन्हें हाल ही में ओलंपिक 2024 में खेलने की अनुमति दे दी थी.
इस मुकाबले के बाद उज्बेकिस्तान की सिटोरा टर्डीबेकोवा ने लिन से हाथ मिलाने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि एक पुरुष के जैसे क्षमता वाली बॉक्सर लिन की भागीदारी के विरोध में उन्होंने यह कदम उठाया है. बता दें, 28 साल के लिन यू-टिंग का ये दूसरा ओलंपिक है, इससे पहले उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में भी हिस्सा लिया था. वह दो बार का वर्ल्ड चैंपियन भी है. लेकिन पिछले साल से ही वह भी अपने जेंडर टेस्ट को लेकर सवालों के घेरे में हैं.
लिन यू-टिंग ने 2008 में ताइपे के मिडिल स्कूल में मुक्केबाजी शुरू की थी. इसके बाद 2017 में वियतनाम में आयोजित एशियाई चैंपियनशिप में शौकिया चैंपियनशिप स्तर पर अपनी शुरुआत की. वह 2019 एशियाई चैंपियनशिप, 2022 एशियाई खेलों और 2022 वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल विजेता रही हैं. एशियाई खेलों में जीत ने पेरिस ओलंपिक में उनकी भागीदारी सुनिश्चित की थी.