उज्जैन से करीब 30 किमी दूर इंगोरिया में दो दिन पहले अंतिम संस्कार को लेकर हुए हंगामे में एक बुजुर्ग की लाश को अंतिम संस्कार के लिए करीब एक घंटे से अधिक समय तक का इन्तजार करना पड़ा। इस बीच हुए हंगामे का घटना का वीडियो वायरल हो गया। हालांकि पुलिस ने मामले में हाईकोर्ट का स्टे की जानकारी के बाद बुजुर्ग का अंतिम संस्कार पास में खाली पड़ी जगह पर करवा दिया।
इंगोरिया में रूपेटा रोड पर बने नए शमशान में बुजुर्ग का अंतिम संस्कार करने आए परिवार के लोगो को रोकने पर हंगामा खड़ा हो गया। तहसीलदार जीएस परिहार ने बताया कि करीब एक वर्ष पहले इंगोरिया में नया शमशान बना है जो की सरकारी जमीन पर है। लेकिन उक्त जमीन को अपना बताने वाले बनेसिंह ने जमीन को लेकर कोर्ट से स्टे ले रखा है।
गाँव के बुजुर्ग की मौत के बाद जब परिवार वाले नए बने शमशान में पहुंचे तो बने सिंह ने कोर्ट का स्टे बताकर बुजुर्ग का अंतिम संस्कार होने से रोक दिया। जिसके बाद शमशान में करीब एक घंटे से अधिक समय तक बुजुर्ग की लाश अपनी संस्कार के लिए रुकी रही। इस दौरान हंगामे की स्थिति देखते हुए इंगोरिया पुलिस भी वहां पहुंची और उन्होंने स्थिति को सँभालते हुए बुजुर्ग के परिवार वाले और स्टे लाने वाले से बात कर बुजुर्ग का अंतिम संस्कार खाली पड़ी जमीन पर करवाया।
इस मामले में इंगोरिया के थाना प्रभारी चंद्रिका यादव ने बताया कि तहसीलदार साहब का फोन आया था उनके आदेश पर हाई कोर्ट का स्टे बता कर अंतिम संस्कार शेड में नहीं करते हुए पास की ही खुली भूमि पर करवाया गया। इंगोरिया तहसीलदार जीएस परिहार ने इस मामले में बताया कि पंचायत द्वारा जिस भूमि पर श्मशान घाट बनाकर शेड बनाए गए हैं वह भूमि राजस्व विभाग में दर्ज होकर शासकीय भूमि है। जिस पर इंगोरिया में शमशान घाट बना लिया गया है। कुछ लोग इस भूमि को निजी भूमि भी बताते हैं इस मामले का प्रकरण हाईकोर्ट में चल रहा है और कोर्ट द्वारा मामले में स्टे दिया गया है।