बिलासपुर के सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में अव्यवस्था,स्वास्थ्य मंत्री ने डीन से कहा- इसलिए आपको अंबिकापुर से लाएं हैं

बिलासपुर में मल्टी सुपर स्पेशियलिटी की अव्यवस्था देखकर स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने डीन रमणेश मूर्ति पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि आपको किसलिए अंबिकापुर से यहां लेकर आएं हैं। अभी तक अस्पताल शुरू नहीं हो सका है और करोड़ों की मशीनें बंद पड़ी है।

Advertisement

दरअसल, बदहाल स्वास्थ्य सुविधाओं को दुरुस्त करने के लिए तत्कालीन डीन को हटाकर रमणेश मूर्ति को अंबिकापुर से यहां लाया गया है। इसके बाद भी अस्पताल की अव्यवस्थाएं दूर नहीं की जा सकी है।

स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने सोमवार को शहर के अस्पतालों का निरीक्षण किया। जिला अस्पताल का निरीक्षण करने के बाद उन्होंने कोनी स्थित मल्टी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल का जायजा लिया।

मंत्री यहां पंजीयन काउंटर पहुंचे तो कांच से बने केबिन के होल से स्टॉफ से पूछा कि रोजाना कितना पंजीयन हो रहा है, लेकिन यहां उनकी आवाज काउंटर में बैठे स्टाफ तक नहीं पहुंची। तब उन्होंने कहा यहां माइक लगाए माइक।

पंजीयन काउंटर में लगेगा LED और माइक

 

इसके बाद बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला ने काउंटर के होल से बात की, तब आवाज अंदर पहुंची। इस पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ऐसे में तो मरीजों को भी दिक्कत होती होगी। इसलिए यहां तुंरत माइक लगाने की व्यवस्था करें।

 

​पंजीयन काउंटर में ही मरीजों के परिजनों के मनोरंजन के लिए एलईडी टीवी लगाने को कहा। मंत्री ने पंजीयन काउंटर में डिस्प्ले बोर्ड लगाने के निर्देश भी दिए, ताकि मरीजों को पता चल सके उनकी ओपीडी कितने बजे और कौन से काउंटर में होगी। इससे मरीजों को परेशानी नहीं होगी और पंजीयन काउंटर में बैठे-बैठे पूरी जानकारी मिलेगी।

बेकार पड़ी हैं करोड़ों की मशीनें

निरीक्षण के दौरान पता चला कि जब मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल शुरू हुआ, इसके पहले ही यहां मरीजों की सुविधाओं के लिए करोड़ों रुपए कीमती उपकरण लगाए गए हैं। लेकिन, अस्पताल में टेक्नीशियन और स्टाफ की कमी के चलते यहां ब्लड सेंटर तक की स्थापना नहीं की गई है। इसे लेकर स्वास्थ्य मंत्री ने कड़ी नाराजगी जाहिर की।

मरीजों के लिए जल्द शुरू करने कहा IPD

200 करोड़ की लागत पर बनी सुपर स्पेशियलिटी ​हॉस्पिटल में आईपीडी की सुविधा नहीं है। स्वास्थ्य मंत्री ने यहां जल्द ही आईपीडी शुरू करने को कहा, ताकि मरीजों को इसका लाभ मिल सके।

बता दें कि आईपीडी (इन-पेशेंट डिपार्टमेंट) एक विभाग है, जहां मरीजों को भर्ती किया जाता है और उन्हें चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाती है। आईपीडी में मरीजों को विभिन्न प्रकार की चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जाती हैं।

मानसिक चिकित्सालय में बढ़ेगा 100 बेड

स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल ने राज्य मानसिक चिकित्सालय सेंदरी का निरीक्षण किया। उन्होंने संवेदनशीलता के साथ मरीजों का इलाज करने कहा। स्वास्थ्य मंत्री ने पूरे अस्पताल परिसर का बारीकी से निरीक्षण किया। उन्होंने महिला वार्ड, नर्सिंग स्टेशन, पुरूष वार्ड, मेल शॉर्ट स्टे वार्ड और महिला पुनर्वास वार्ड सहित पूरे अस्पताल का जायजा लेकर जरूरी निर्देश दिए।

उन्होंने मरीजों से चर्चा कर मिल रही सुविधाओं की जानकारी ली। इससे पहले स्वास्थ्य मंत्री सेंदरी स्थित दवा गोदाम पहुंचे, जहां स्टॉक पंजी का अवलोकन कर दवाइयों को व्यवस्थित रखने को कहा।

मानसिक चिकित्सालय सेंदरी में 100 बेड और बढ़ेगा। यहां कुल बेड की संख्या अब 300 हो जाएगी। पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को अस्पताल के मरम्मत और रंग-रोगन के लिए एस्टीमेट बनाने को कहा गया है।

फिजियोथैरेपी कॉलेज की ली जानकारी

मंत्री जायसवाल ने डॉक्टरों से फिजियोथैरेपी कॉलेज खोलने के लिए तैयारी में सबंध में जानकारी ली। सिम्स की स्वशासी समिति की बैठक में उन्होंने सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल को बेहतर बनाने 27 करोड़ 90 लाख रुपए और सिम्स मेडिकल कॉलेज के लिए 1 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी।

उन्होंने मरीजों की सुविधा के लिए अस्पताल में वाटर कूलर और एसी की व्यवस्था करने को कहा। सिम्स 60 लाख से एसी-एलएस एम्बुलेंस की भी मंजूरी दी। डीन ने बताया कि सिम्स अस्पताल में वर्तमान में 3 बीसी-एलएस एम्बुलेंस हैं।

स्वास्थ्य मंत्री ने सिम्स की बनने वाली नई बिल्डिंग की जगह देखी

 

स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल ने कोनी में बनने वाली सिम्स की नई बिल्डिंग की जगह देखी। सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में 55 पद की स्वीकृति के साथ ही बजट सत्र में की गई घोषणा के अनुरूप जिले में शासकीय फिजियोथैरेपी कॉलेज खोले जाने की तैयारी को लेकर उन्होंने डॉक्टरों से सवाल-जवाब किया।

 

 

Advertisements