मध्य प्रदेश : जबलपुर जिले के लार्डगंज थाना अंतर्गत गुरुवार की रात बलदेवबाग चौक पर यातायात पुलिस की जांच के दौरान पूर्व महापौर प्रभात साहू और एक पुलिस आरक्षक के बीच कहासुनी इतनी बढ़ गई कि मामला सड़क पर धक्का-मुक्की और हाथापाई तक पहुंच गया.देखते ही देखते पूर्व महापौर के समर्थक वहां जुट गए और पुलिस कर्मियों पर मारपीट का आरोप लगाते हुए नारेबाजी करने लगे.मामला तूल पकड़ गया और करीब दो घंटे तक चौक पर जाम की स्थिति बनी रही.
भाई को रोकने से उपजा विवाद-
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बलदेवबाग महिला मार्केट के सामने यातायात पुलिस चेकिंग कर रही थी.इस दौरान एक युवक की मोटर साइकिल को तेज आवाज वाले साइलेंसर के चलते रोका गया.सने स्वयं को पूर्व महापौर का भाई बताया जिसके बाद पुलिस ने चेतावनी देकर छोड़ दिया.
कुछ देर बाद स्वयं प्रभात साहू बिना हेलमेट और मोबाइल पर बातचीत करते हुए मोपेड पर गुजरे.पुलिस कर्मियों ने उन्हें रोककर वाहन किनारे करने को कहा.साहू ने अपना परिचय दिया और आगे बढ़ने लगे। इसी दौरान एक आरक्षक ने उन्हें रोका, जिससे कहासुनी हुई और देखते-देखते दोनों के बीच झूमाझपटी हो गई.

सड़क पर हंगामा और नारेबाजी-
पूर्व महापौर के समर्थक मौके पर पहुंचे और पुलिस कर्मियों से भिड़ गए। स्थिति इतनी बिगड़ी कि वहां हाथापाई तक हो गई। आरोप है कि धक्का-मुक्की में पूर्व महापौर ने पहले आरक्षक को धक्का-मुक्की कर दी जवाब में उसने भी धक्का-मुक्की कर दी। इस पर समर्थकों ने चौक पर धरना शुरू कर दिया और आरक्षक पर कार्रवाई की मांग करते हुए जोरदार नारेबाजी की। हंगामे की सूचना पर सांसद आशीष दुबे, विधायक अभिलाष पांडे सहित भाजपा के कई नेता वहां पहुंचे और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए.

दो घंटे तक यातायात ठप-
समर्थकों के धरने और नारेबाजी से बलदेवबाग चौक पर जाम की स्थिति बन गई. दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा.तनाव बढ़ने पर कई थानों की पुलिस फोर्स, एएसपी, सीएसपी और डीएसपी मौके पर पहुंचे और हालात संभालने की कोशिश की.

इनका कहना है-
स्थिति बिगड़ती देख पुलिस कप्तान सम्पत उपाध्याय स्वयं मौके पर पहुंचे। उन्होंने जनप्रतिनिधियों और प्रदर्शनकारियों से बातचीत कर शांत करने की कोशिश की.कप्तान ने स्पष्ट कहा दोनों पक्षों की शिकायत मिली है। निष्पक्ष जांच की जा रही है और जो भी निष्कर्ष सामने आएगा, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी.

नेताओं से संपर्क लेकिन चुप्पी-
इस मामले में भाजपा नगर अध्यक्ष रत्नेश सोनकर और पूर्व महापौर प्रभात साहू से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन दोनों ने फोन उठाना उचित नहीं समझा.वहीं समर्थकों का कहना है कि पुलिस ने साहू के साथ अभद्रता की है, जबकि पुलिसकर्मी खुद को पीड़ित बता रहे हैं.
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