जांजगीर-चाम्पा : जांजगीर के सर्किट हाउस में प्रभारी मंत्री ओपी चौधरी द्वारा भाजपा नेताओं की मौजूदगी में जिला प्रशासन के अफसरों की बैठक लेने के बाद सियासत तेज हो गई है. जांजगीर-चाम्पा के कांग्रेस विधायक ब्यास कश्यप ने प्रभारी मंत्री ओपी चौधरी द्वारा अफसरों की ली गई बैठक में भाजपा नेताओं के मौजूद रहने पर सवाल उठाया है.
और कहा है कि 1995 से जनप्रतिनिधि हैं,कई सरकार रही. सरकार आती-जाती है, लेकिन प्रशासन का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए. भाजपा नेताओं के साथ बैठक करना उचित परंपरा नहीं है. ऐसा करना अफसरों को शोभा नहीं देती, वे सब के हैं. इतने गुलाम ना हो जाएं, जनता आपको उस दृष्टि से देखे.
आपको बता दें, फरवरी में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के आगमन के पहले विधायक राजेश मूणत ने भाजपा कार्यालय में बैठक ले ली थी. इस मामले ने भी तूल पकड़ा था. फिर अभी नवम्बर में केंद्रीय राज्यमंत्री तोखन साहू ने कलेक्टोरेट में जिला प्रशासन के अफसरों की बैठक ली थी.
वहां भाजपा के नेता मौजूद थे. एक बार फिर सर्किट हाउस में वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने भाजपा नेताओं की मौजूदगी में जिला प्रशासन के अफसरों की बैठक ली है. जिसके बाद एक बार फिर सियासत तेज हो गई है. और जांजगीर-चाम्पा के कांग्रेस विधायक ब्यास कश्यप ने भाजपा पार्टी और सरकार पर निशाना साधा है. इस तरह राजनीतिक सरगर्मियां भी तेज हो गई है.