चार धाम की पवित्र यात्रा 30 अप्रैल को शुरू हो रही है. उत्तराखंड की चार धाम यात्रा (बद्रीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री) के लिए इस बार रिकॉर्ड तोड़ रजिस्ट्रेशन हुए हैं. इस यात्रा पर न सिर्फ भारतीय बल्कि विदेशी लोग भी आते हैं. पथरीले और कठिन चढ़ाई को पार करते हुए लोग लगभग 10 हजार फीट की ऊंचाई पर मौजूद दिव्य मंदिरों के दर्शन करने जाते हैं.
लेकिन कुछ लोगों के लिए चार धाम की यात्रा चुनौतीपूर्ण हो सकती है. खासकर, जो लोग दिल के रोगों, डायबिटीज और हाई बीपी की समस्या से जूझ रहे हैं. अगर ऐसे लोगों को यात्रा पर जाने से पहले कुछ बातों का खास ख्याल रखना चाहिए. आपकी सेहत का ध्यान रखने हुए हमने दिल्ली के चिराग एन्क्लेव के अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल में सीनियर कंसल्टेंट इंटरनल मेडिसिन डॉ. संचयन रॉय से बात की है. आपको बताते हैं कि यात्रा पर जाने से पहले किन-किन बातों का ध्यान रखें.
सबसे पहले करवाएं हेल्थ चेकअप
डॉ. संचयन रॉय कहते हैं किचार धाम यात्रा एक पवित्र और आध्यात्मिक यात्रा है, लेकिन यह शारीरिक रूप से काफी कठिन भी होती है, खासकर उन लोगों के लिए जो हृदय रोग, बीपी (ब्लड प्रेशर), डायबिटीज (शुगर) और जोड़ों के दर्द जैसी समस्याओं से पीड़ित हैं. ऐसे यात्रियों को डॉक्टरों की सलाह मानना बहुत जरूरी है. यात्रा पर जाने से पहले एक बार पूरी जांच करवा लें और डॉक्टर से सलाह लें कि आप चढ़ाई चढ़ सकते हैं या नहीं. यात्रा से पहले ECG, ईकोकार्डियोग्राफी और ब्लड प्रेशर की जांच करवाना जरूरी है
पोर्टेबल ऑक्सीजन सिलेंडर रखें
एक्सपर्ट कहते हैं कि दिल के मरीजों को ऊंचाई पर सांस लेने में तकलीफ हो सकती है. इसलिए ऑक्सीजन की व्यवस्था की जानकारी रखें और ज़रूरत पड़ने पर पोर्टेबल ऑक्सीजन सिलेंडर साथ रखें. खासकर, जिन लोगों को पुरानी दिल की बीमारी है- उन्हें ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है. ऐसे लोगों को ज्यादा तेज चलने की सलाह नहीं दी जाती है. इसके अलावा, एक पोर्टेबल ऑक्सीमीटर रखें ताकि समय-समय पर ऑक्सीजन सैचुरेशन लेवल की जांच कर सकें। 90% से कम सैचुरेशन होने पर तत्काल डॉक्टर की सलाह लें.
डायबिटीज के मरीज मशीन रखें साथ
बीपी और शुगर के मरीज अपनी दवाइयां नियमित रूप से लें. जिन लोगों को शुगर है, वह अपने साथ ब्लड शुगर चेक करने की मशीन रख सकते हैं. इससे वह अपने शुगर लेवल की समय-समय पर जांच कर सकते हैं. एक्सपर्ट कहते हैं कि लोग अपने खाने-पीने में संयम रखें. ज्यादा ऑयली और मसालेदार खाना खाने से बचें. साफ पानी ही पिएं ताकि संक्रमण से बचा जा सके
जोड़ों के दर्द से परेशान यात्रियों को ऊंचाई पर चढ़ाई और लंबे समय तक चलना मुश्किल हो सकता है. इसलिए ट्रैकिंग स्टिक, आरामदायक और सपोर्टिव जूते पहनें और बीच-बीच में आराम लेते रहें. भारी सामान उठाने से बचें और जितना हो सके हल्की चढ़ाई से शुरुआत करें. थकावट से बचने के लिए हर दिन की दूरी सीमित रखें और पर्याप्त नींद लें.
अगर यात्रा के दौरान किसी तरह की शारीरिक परेशानी हो तो उसे नज़रअंदाज़ न करें और तुरंत नजदीकी मेडिकल सुविधा लें. याद रखें, भक्ति के साथ-साथ शरीर की देखभाल भी जरूरी है ताकि यात्रा सफल और सुरक्षित हो सके.