छत्तीसगढ़ के नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में महंत ने कहा कि, प्रदेश में अनुभवहीन सरकार है। अनुभवहीन लोगों को मंत्री बना दिया गया है। नए मंत्री अभी तक विधायक का काम भी ठीक से नहीं सीख पाए हैं। ऐसे में वे मंत्री का काम कैसे करेंगे।
14 मंत्री बनाने पर भी महंत ने सवाल उठाए। उन्होंने उपमुख्यमंत्री अरुण साव के बयान का जवाब देते हुए कहा कि साव खुद वकील हैं। उन्हें संविधान का पालन करना चाहिए। महंत ने हरियाणा का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां भी 90 विधानसभा सीटों पर 14 मंत्रियों का मामला कोर्ट में है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर संविधान का पालन नहीं हुआ तो वे कोर्ट जाएंगे।
सांसद ने भी सरकार पर साधा निशाना
कोरबा सांसद ज्योत्सना महंत ने भी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राज्य में कई संगठन हड़ताल पर हैं। सरकार ठीक से काम नहीं कर पा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य और केंद्र सरकार के कार्यकाल में क्या हो रहा है, यह समझ से परे है।
राज्य की समस्याओं को संसद में उठाने के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि, अपने मतदाताओं और अपनी जनता की समस्या को लेकर मैं संसद में बोलना चाहती हूं, तो बोलते नहीं दिया जाता। माइक बंद कर दी जाती है। उन्होंने कहा कि संविधान तो छोड़िए अब पहले देश बचाना है तभी तो हमारी मतदाता बचेंगे। प्रदेश में 14 मंत्री को लेकर कहा कि, इसका जवाब तो मुख्यमंत्री से लेना चाहिए।