Chattisgarh: जांजगीर-चांपा के KSK पॉवर प्लांट की मनमानी सामने आई है. KSK पॉवर प्लांट के भूविस्थापित किसान पिछले 13 साल से बेहद परेशान हैं और दफ्तरों के चक्कर काट करें हैं. प्लांट के द्वारा बसंतपुर और डोंगाकोहरौद गांव के भूविस्थापितों को ना तो उचित मुआवजा मिला है और ना ही कोई अन्य सुविधा. जब कि जमीन लेने से पहले प्लांट के द्वारा कई वादें किये गए थे. इसे लेकर भूविस्थापित, जांजगीर कलेक्टोरेट पहुंचे और कलेक्टर से न्याय की गुहार लगाई है.
भूविस्थापितों ने बताया कि उनकी जमीन लेने के बदले उन्हें प्लांट के द्वारा उचित मुआवजा, नौकरी, फ्री बिजली, हॉस्पिटल, पानी सहित अन्य सुविधा देने की बात कही गई थी, लेकिन विडंबना यह है कि भुविस्थापितों के जमीन लेने के बाद उन्हें उचित मुआवजा, नौकरी याने प्लांट द्वारा कही गई बातें पूरी नहीं हुई है. इससे भुविस्थापित बेहद परेशान हैं और दफ्तरों के चक्कर काटने मजबूर हैं.
भूविस्थापितों ने आगे बताया कि, बसंतपुर गांव में प्लांट के द्वारा प्लांट का पम्प हाउस बनाया गया और डोंगकोहरौद गांव में डेम बनाया गया है. लेकिन विडंबना यह है कि भुविस्थापितों के परिजन को नहाने जाने के लिए रास्ता नहीं दिया गया है और इससे भूविस्थापितों को कई समस्या हो रही है. लगातार इस मामले में ज्ञापन सौंपा गया है, लेकिन अब तक कोई पहल नहीं कि गई है. इसे लेकर अब कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर न्याय की गुहार लगाई गई है.