Chhattisgarh: सारंगढ़ जनपद पंचायत अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत रापागुला में महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना के तहत गोलू घर से द्वारिका घर तक सुरक्षा दिवाल बनाया गया है, जिसकी स्वीकृति राशि लगभग 14 लाख रुपये है.
आपको बता दें सुरक्षा दिवाल कों गिट्टी सीमेंट और रेती (कांक्रीट ) से बनाया जाना था, लेकिन ग्राम पंचायत रापागुला में बने सुरक्षा दिवाल के अंदर जंगली पत्थर डाल कर बनाया गया है और सुरक्षा दिवाल के अन्दर डाला गया जंगली पत्थर दिखाई देने के भय से रेती सीमेंट से चटाई किया गया है. वहीं इस निर्माण कार्य की देख रेख करने वाले शासकीय कर्मचारी तकनिकी सहायक नवल किशोर पटेल है, जिनके सरक्षण से सुरक्षा दिवाल में भारी मात्रा में जंगली पत्थर डाला गया है. तकनिकी साहयक नवल किशोर पटेल अपने कार्य क्षेत्र में भ्रष्टाचार कों बढ़ावा देकर रखे है, इनके क्षेत्र में इनके सरक्षण में बना हुआ सभी कार्य कों आप देख सकतें है की, कैसे इनके द्वारा अनियमितता हुआ कार्य कों सही बताया जाता है.
वहीं महात्मा गाँधी रोजगार गारंटी योजना जो की गांव के जनता जो बाहर प्लायन करतें है बाहर काम करने के लिए जाते है उनके लिए यह योजना निकाला गया है. गांव के किसी भी व्यक्ति कों बाहर काम करने के लिए जाना न पड़े और गांव में ही ऱह कर काम करके अपना जीवन यापन कर सके. लेकिन सूत्र का यह कहना है कि, ग्राम पंचायत रापागुला में बना सुरक्षा दिवाल कों ठेका देकर बनवाया गया है. और फर्जी मस्टर रोल जनरेट किया जा रहा है.
अब देखना यह है की, ग्राम पंचायत रापागुला के सुरक्षा दिवाल में हुआ भ्रष्टाचार और तकनिकी सहायक नवल किशोर पटेल पर क्या कार्यवाही किया जाता है जो इस धांधली में हाथ बटाया है, या फिर अभय दान देकर सरकार के महत्त्व कांक्षी योजना की धज्जियाँ उड़ाई जातीं है.