उत्तर प्रदेश के लखनऊ से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां इंदौर की कंपनी पर बड़ा फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगा है. जांच में खुलासा हुआ है कि इंदौर की एक कंपनी से चांदी के मेडल मंगाए गए थे लेकिन तांबे के मेडल भेजे गए. जिसके के बाद मामले का खुलासा होने पर लखनऊ में एफआईआर दर्ज की गई है. रेलवे में सम्मान देने के लिए चांदी के मेडल मंगवाए गए थे लेकिन वो तांबे के निकले.
इंदौर की एक निजी कंपनी पर रेलवे को चूना लगाने और नकली माल सप्लाई करने के मामले लखनऊ में एफआईआर दर्ज की गई है. दरअसल, रेलवे में सम्मान देने के लिए चांदी के मेडल मंगाए गए थे लेकिन कंपनी ने तांबे के मेडल भेज दिए. वहीं जांच के इस फर्जीवाड़ा का खुला हुआ है. मामला सामने आते ही रेलवे विभाग में हड़कंप मच गया और अब FIR दर्ज कर ली गई है.
जांच में हुआ खुलासा
दरअसल, रेलवे ने इंदौर की कंपनी M/s वायबल डायमंड्स को 853 गोल्ड प्लेटेड सिल्वर मेडल्स सप्लाई करने का ऑर्डर दिया था. जिसमें से 553 मेडल की डिलीवरी अप्रैल 2025 में लखनऊ के आलमबाग डिपो मे की गई थे. मेडल की जांच में शुरुआत में सभी पास हो गए क्योंकि मुंबई की जांच एजेंसी TUV इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने सभी मेडल को जांच में सही बताया था. लेकिन, बाद में रेलवे के उच्च अधिकारियों के कहने पर स्थानीय लैब से दोबारा जांच कराई गई. जिसके बाद फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है.
अधिकारियों ने क्या कहा?
कंपनी के खिलाफ कड़े एक्शन की तैयारी की जा रही है. अधिकारियों ने कहा कि इस तरह का फर्जीवाड़ा किसी भी तरह से बर्दास्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि मेडल की पहले भी जांच कराई गई थी, जिसमें सभी मेडल सभी पाए गए थे. लेकिन बाद में फिर से स्थानीय लैब में जांच कराए जाने पर सच सामने आया है. अधिकारियों ने कहा कि पहले जिस कंपनी ने जांच की थी उसके खिलाफ भी एक्शन होगा.