भोपाल एम्स में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। आरोपी ने गार्ड के रूप में भर्ती कराने के नाम पर 80 हजार रुपए में डील की। बतौर एडवांस 20 हजार रुपए लिए। जालसाज खुद को सिक्योरिटी कंपनी का संचालक बताता था। जहांगीराबाद पुलिस ने शिकायती आवेदन की जांच के बाद एफआईआर दर्ज कर ली है। आरोपी की तलाश की जा रही है।
एसआई सुनील भदौरिया ने बताया-
फरियादी राघवेंद्र सिंह की मुलाकात थान सिंह से हुई थी। थान सिंह ने खुद को एम्स में सिक्योरिटी गार्ड उपलब्ध कराने वाली कंपनी का संचालक बताया था। आरोपी ने कहा था- वह राघवेंद्र की नौकरी भी लगवा देगा। इसके लिए 80 हजार रुपए लगेंगे। गार्ड की ड्रेस उसे कंपनी की ओर से दी जाएगी। आरोपी के झांसे में आया राघवेंद्र राजी हो गया।
जहांगीराबाद सेंटर पाइंट के बाहर हुई डील
सितंबर 2024 को वह 20 हजार रुपए लेकर सेंटर पॉइंट के पास पहुंचा। यहां पहले से मौजूद आरोपी को रकम दी। आरोपी ने भरोसा दिलाया- अक्टूबर से उसकी नौकरी लग जाएगी। तय समय पर नौकरी न लगने पर राघवेंद्र ने आरोपी से बात की। वह इधर-उधर की बातें बनाने लगा। शक होने पर राघवेंद्र जानकारी करने एम्स पहुंचा। यहां उसके सामने हकीकत आ गई। फिर उसने थाने में शिकायत की।