सुल्तानपुर: जिले के फरीदीपुर स्थित केएनआई में आयोजित हो रहे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) के काशी प्रांत का 64वां प्रांत अधिवेशन जारी है, जिसमें तीसरे दिन भव्य शोभा यात्रा और खुला अधिवेशन आयोजित किया गया.
यह शोभा यात्रा एमजीएस ग्राउंड से शुरू होकर विकास भवन के सामने स्थित तिकोनिया पार्क में संपन्न हुई,जहां खुले अधिवेशन का आयोजन किया गया.प्रातः भाषण सत्र चलाया गया, जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ,काशी प्रांत के प्रांत प्रचारक श्री रमेश जी भाईसाहब उपस्थित रहे.
निकाली गई शोभा यात्रा एमजीएस ग्राउंड में एकत्रीकरण के बाद लाल डिग्गी चौराहा,कुशभवनपुर कार्यालय, पंचमुखी हनुमान, शाहगंज चौराहा, जिला अस्पताल, डॉक ऑफिस होते हुए तिकोनिया पॉर्क तक गई, जहां खुला अधिवेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
कल अधिवेशन के दौरान प्रमुख रूप से प्रांत मंत्री अभय प्रताप सिंह और राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अभिनव मिश्र द्वारा शैक्षिक परिसरों में शुल्क वृद्धि और पर्यावरण संरक्षण से जुड़े प्रस्ताव रखे गए. इन प्रस्तावों को प्रतिनिधियों के बीच चर्चा के लिए प्रस्तुत किया गया.
इसके साथ ही, प्रांत सह-मंत्री नमन श्रीवास्तव एवं कार्तिकेय पति त्रिपाठी द्वारा क्रमशः प्रदेश सरकार की विवेकानंद डिजी शक्ति योजना और प्रयाग महाकुंभ के प्रति आभार प्रस्ताव का स्वागत किया गया.प्रांत प्रचारक श्री रमेश जी ने भाषण सत्र में कहा कि देश में सामाजिक और नैतिक उत्थान के लिए ‘पंच परिवर्तन’ की अवधारणा अत्यधिक महत्वपूर्ण है.
उन्होंने कहा कि सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन, स्व का जागरण, नागरिक कर्तव्यों का पालन, और पर्यावरण संरक्षणये पांच आयाम समाज के सर्वांगीण विकास के प्रमुख स्तंभ हैं। उन्होंने कहा, “विद्यार्थी परिषद का यह अभियान केवल सतही परिवर्तन तक सीमित नहीं है, बल्कि व्यक्ति से समाज और राष्ट्र तक की चेतना का जागरण करने का एक व्यापक प्रयास है.
जब व्यक्ति में स्व का बोध जागृत होगा, तभी परिवार, समाज और राष्ट्र में वास्तविक परिवर्तन संभव होगा.रमेश जी ने जोर दिया कि सामाजिक समरसता, नागरिक कर्तव्यों का पालन और पर्यावरण संरक्षण जैसे मुद्दे केवल नियमों से नहीं, बल्कि प्रत्येक व्यक्ति की जागरूकता और संकल्प से ही साकार होंगे। उन्होंने कहा, “पंच परिवर्तन केवल एक विचार नहीं, बल्कि राष्ट्र को सर्वोच्च शिखर पर पहुंचाने की दिशा में एक ठोस संकल्प है.
” सत्र के अंत में उन्होंने कहा कि इन पांच परिवर्तनों को जीवन का हिस्सा बनाकर हम न केवल अपने समाज और देश को सशक्त बना सकते हैं, बल्कि वैश्विक नेतृत्व की ओर भी अग्रसर हो सकते हैं.इस अवसर पर काशी प्रान्त के विविध जनपदों के हजारों कार्यकर्ता जनपद के प्रबुद्ध लोग उपस्थित रहे। भव्य शोभायात्रा का नगर में जगह जगह पुष्पवर्षा से स्वागत किया गया.