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छतरपुर: ग्रामीणों का विरोध, लिथोस ग्रैनिटो कंपनी की खनन गतिविधियों पर रोक लगाने की मांग

छतरपुर : जिले के गौरिहार तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत सिचहरी के समीप स्थित केवटी गांव में शुक्रवार को इंदौर की लिथोस ग्रैनिटो इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी द्वारा खनन के लिए पोकलेन मशीन उतारे जाने पर ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. कंपनी ने 2014 में पहाड़ खसरा नंबर-235 पर 4 हैक्टेयर क्षेत्र के लिए खनन लीज स्वीकृत की थी, लेकिन इस लीज के खिलाफ ग्रामीणों का आक्रोश अब खुलकर सामने आ गया है.

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ग्रामीणों ने जैसे ही पोकलेन मशीन शुरू होते देखा, महिलाएं और बच्चे पहले ही मोर्चा संभालते हुए काम को बंद करा दिया. इस स्थिति को संभालने के लिए गौरिहार, सरवई, और गोयरा थाने की पुलिस मौके पर पहुंची, साथ ही प्रशासनिक अधिकारी, एसडीएम बलवीर रमन, तहसीलदार आकाश नीरज, और खनिज अधिकारी अमित मिश्रा भी घटनास्थल पर पहुंचे, लेकिन ग्रामीणों ने अधिकारियों को बैरंग लौटा दिया और अपने विरोध को तेज कर दिया.

ग्रामीणों का आरोप है कि जिस पहाड़ पर खनन के लिए लीज स्वीकृत की गई है, वहां प्राचीन हनुमान मंदिर स्थित है. इसके अलावा, लीज स्वीकृत स्थल से लगभग 100-150 मीटर के भीतर आबादी, प्राथमिक विद्यालय, आंगनबाड़ी, और तालाब भी स्थित हैं, जिससे खनन गतिविधियों से स्थानीय लोगों की सुरक्षा और धार्मिक स्थल पर संकट उत्पन्न हो सकता है। ग्रामीणों ने इस लीज को निरस्त करने की मांग की है.

यह घटना उस समय सामने आई जब ग्रामीणों ने पहले ही एसडीएम और तहसीलदार को लीज निरस्त करने के लिए आवेदन दिया था. हालांकि, अब तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है. ग्रामीणों का कहना है कि लीज स्वीकृत करते समय जो ग्राम सभा का प्रस्ताव शामिल किया गया था, वह पूरी तरह से फर्जी था, जो पंचायत रिकॉर्ड में दर्ज नहीं है. इसके अलावा, गांव के आसपास के लोग और श्रद्धालु हर दिन हनुमान मंदिर में पूजा करने आते हैं, और खनन की वजह से उनकी आस्था को खतरा हो सकता है. एसडीएम बलवीर रमन ने कहा कि वह ग्रामीणों के साथ बैठकर इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे और उनका पक्ष सुनेंगे.

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