छतरपुर : पीएम मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के छतरपुर व डिंडौरी जिले के दो गांवों की महिलाओं की जमकर प्रशंसा करते हुए इसे अद्भुत उदाहरण बताया. पीएम ने कहा कि मुझे मध्य प्रदेश के दो बड़े ही प्रेरणादायी प्रयासों की जानकारी मिली है.
दरअसल छतरपुर जिले के खौंप गांव में महिलाओं के स्व सहायता समूह की महिलाओं ने एक प्राचीन कालीन तालाब को खोद कर उसकी गाद खाद निकाल कर बंजर जमीन में उसको डाला.
इस भूमि में फूड फॉरेस्ट योजना के तहत फलदार पौधों का वृक्षारोपण किया गया. अब बड़े होकर इनमें फल आ गए हैं और इनके जरिए समूह की महिलाएं की आर्थिक स्थिति भी सुधरी हैं. इसके साथ ही तालाब का भी जीर्णोद्धार हुआ है और उसमें पानी भर कर फिश फार्मिंग करने लगी हैं.
बता दें यह फूड़ फॉरेस्ट लगभग 6 एकड़ जमीन में लगाकर तैयार किया गया है. खौंप गांव की हरी बगिया स्व सहायता समूह की लगभग 10 महिलाओं के द्वारा इस काम को किया गया है. जब प्रधानमंत्री मोदी द्वारा खौंप गांव की महिलाओं एवं उनके स्व सहायता समूह हरी बगिया की तारीफ की गई तब महिलाओं ने स्वयं के ऊपर गर्व अनुभव किया.
महिलाओं का कहना है कि यह बहुत बड़े गौरव की बात है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा उनके काम की सराहना की गई है और उनकी तारीफ मन की बात कार्यक्रम में की गई है.
वहीं इस पूरे प्रोजेक्ट में तत्कालीन छतरपुर कलेक्टर संदीप आर ने ही जल संरक्षण और फूड फॉरेस्ट के लिए पहल की थी. बाद में भी उनके द्वारा खौंप गांव का लगातार निरीक्षण किया जाता था. उन्हीं के प्रयासों और सहायता के कारण महिलाओं ने इसे चैलेंज को पूरा कर दिखाया.
यहां के प्राचीन कालीन तालाब को भी खोदकर उसमें जल संरक्षण का कार्य के साथ 6 एकड़ जमीन में लगभग 2300 फलदार पौधों का रोपण भी कलेक्टर के प्रयास से ही हो पाया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मन की बात कार्यक्रम में छतरपुर की ग्राम पंचायत खौप की स्व सहायता समूह की महिलाओ की सराहना करने के बाद ग्राम खौप में विधायक ललिता यादव. कलेक्टर पार्थ जैसवाल. एसडीएम अखिल राठौर एवं अन्य अधिकारी पहुंचे. जहां विधायक एवं कलेक्टर द्वारा स्वसहायता समूह की महिलाओ को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए सॉल एवं माला से सम्मानित किया एवं उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए उन्हें बधाई दी.