छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि धर्मांतरण को लेकर प्रदेश में जो कानून पहले से मौजूद है, उसे और ज्यादा मजबूत और सख्त बनाया जाएगा। इस कानून को छत्तीसगढ़ की विधानसभा में पेश किया जाएगा। ये बातें उन्होंने रायपुर के शदाणी दरबार में हिंदू जागरण कार्यक्रम में कहीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा का जो अगला सत्र होगा, उसमें धर्मांतरण के कानून को लेकर प्रस्ताव लाया जाएगा। कुछ ऐसे बदलाव किए जाएंगे जिससे प्रदेश में धर्मांतरण के मामले में सख्त से सख्त कार्रवाई का कानून बन सके।
27 जुलाई को हुआ ‘हिंदू राष्ट्र अधिवेशन’
हिंदू जनजागृति समिति और पूज्य शदाणी दरबार तीर्थ, रायपुर की ओर से 27 जुलाई को ‘छत्तीसगढ़ राज्यस्तरीय हिंदू राष्ट्र अधिवेशन’ का आयोजन किया गया। इस अधिवेशन में राज्य के 100 से अधिक संगठनों से 250 से अधिक प्रतिनिधि, संत, धर्मनिष्ठ नागरिक, वकील और व्यापारी शामिल हुए।
हिंदू जनजागृति समिति के छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र संगठक सुनील घनवट, पूज्य उदय शदाणी, भाजपा नेता प्रबल प्रताप जूदेव, हिंदू रक्षा सेना के कमल बिस्वाल और भारत रक्षा मंच के अशोक गुप्ता ने बताया कि राज्य में तेजी से हो रहे धर्मांतरण, गोहत्या, लव जिहाद, बांग्लादेशी घुसपैठ और जनसंख्या परिवर्तन जैसे गंभीर विषयों पर संगठित विरोध और ठोस रणनीति के उद्देश्य से यह अधिवेशन आयोजित किया गया है।
अधिवेशन में धर्मांतरण पर रोक, लव जिहाद विरोधी कानून की त्वरित मांग, बांग्लादेशी घुसपैठियों पर कार्रवाई और धर्म-संस्कृति की रक्षा के लिए जागरूकता पर जोर दिया गया।