कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में शनिवार को कृषि मंत्री राम विचार नेताम और कैबिनेट मंत्री लखन देवांगन को करीब 500 महिलाओं ने बंधक बना लिया। दोनो ही मंत्री एक सामाजिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कोरबा पहुंचे थे। लेकिन वहां पहुंचते ही महिलाओं के गुस्से का शिकार हो गए। यह घटना सिविल लाइन थाना क्षेत्र की है, जहां फ्लोरा मैक्स कंपनी द्वारा की गई कथित 500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी को लेकर महिलाएं आक्रोशित थीं।
काफिले को रोका, कार्यक्रम स्थल पर किया घेराव
जैसे ही मंत्री नेताम का काफिला कार्यक्रम स्थल पर पहुंचा, गुस्साई महिलाओं ने उसे घेर लिया और मंत्री को जाने से रोक दिया। प्रदर्शनकारी महिलाओं ने स्पष्ट किया कि जब तक उनकी समस्याओं का हल नहीं निकाला जाएगा, वे मंत्री को वहां से जाने नहीं देंगी।
महिलाओं ने आरोप लगाया कि फ्लोरा मैक्स कंपनी ने करीब 500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी कर उनके जीवन भर की मेहनत की कमाई लूट ली है। महिलाओं का कहना है कि वे लंबे समय से इस मामले में न्याय की गुहार लगा रही हैं, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं हुआ।
फ्लोरा मैक्स कंपनी पर गंभीर आरोप
फ्लोरा मैक्स कंपनी ने कथित तौर पर महिलाओं से कृषि योजनाओं और निवेश के नाम पर पैसे लिए थे, लेकिन कंपनी ने ना तो वादे पूरे किए और ना ही उनके पैसे लौटाए। इस घोटाले से प्रभावित अधिकांश महिलाएं ग्रामीण इलाकों से ताल्लुक रखती हैं और अपनी मेहनत की कमाई खो चुकी हैं।
अब महिलाएं मंत्री नेताम से सीधे इस मामले में हस्तक्षेप करने और धोखाधड़ी करने वाली कंपनी पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रही हैं। साथ ही वे चाहती हैं कि उनके पैसे तुरंत वापस दिलाए जाएं। प्रदर्शनकारी महिलाओं ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगों को अनसुना किया गया तो वे अपना प्रदर्शन तेज करेंगी। घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति को संभालने की कोशिश कर रहे हैं।
मंत्री नेताम ने दिया आश्वासन
बंधक बनाए जाने के बाद मंत्री राम विचार नेताम ने प्रदर्शनकारी महिलाओं से बातचीत की। उन्होंने आश्वासन दिया कि उनकी समस्याओं का समाधान जल्द से जल्द किया जाएगा और फ्लोरा मैक्स कंपनी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रदर्शन में शामिल एक महिलाओं का कहना है कि हमने अपने जीवन भर की कमाई फ्लोरा मैक्स कंपनी में लगा दी थी, लेकिन अब हमारे पास कुछ नहीं बचा। अब सभी महिलाएं सरकार से मदद की गुहार लगा रही है।
जानें क्या है पूरा मामला?
साल 2022 में शुरू हुई फ्लोरा मैक्स कंपनी ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने का वादा किया था। कंपनी ने महिलाओं को बैंकों से ऋण दिलवाया और बदले में सामान उपलब्ध कराया। शुरुआत में सब कुछ ठीक रहा, लेकिन कुछ समय बाद कंपनी ने किश्तें चुकाना बंद कर दिया।
इसके बाद कंपनी से जुड़े कुछ लोग करोड़ों रुपये लेकर फरार हो गए और कंपनी ने अपना संचालन पूरी तरह बंद कर दिया। अब बैंकों ने कर्ज की वसूली के लिए महिलाओं पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। महिलाएं आरोप लगा रही हैं कि बैंक कर्मचारी उनके घर आकर धमकी दे रहे हैं। इस दबाव के चलते महिलाएं मानसिक रूप से बेहद परेशान हैं। स्थिति इतनी गंभीर हो चुकी है कि कुछ महिलाओं ने आत्महत्या की धमकी तक दे डाली है।