हमारे संविधान के मौलिक कर्तव्यों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण के विकास को महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है. हर नागरिक को स्वयं एवं समाज में वैज्ञानिक दृष्टि विकसित करने का प्रयास करना चाहिए. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय द्वारा भी राज्य में वैज्ञानिक दृष्टिकोण के विकास पर लगातार जोर दिया जा रहा है. इसके तहत जशपुर जिले में भी विज्ञान के प्रति युवाओं का उत्साह वर्धन करने के लिए विभिन्न प्रयास किये जा रहे हैं. जिसके लिए जिले में अंतरिक्ष विज्ञान अभियान सहित अन्य अभियान भी चलाये जा रहे हैं. जशपुर जिले के युवाओं के नाम चिप में अंकित कर विभिन्न ग्रहों एवं उपग्रहों पर भेजे गए हैं, जो जिले के युवाओं की उच्च महत्वाकांक्षा एवं विज्ञान के प्रति अभिरुचि को प्रदर्शित करता है.
अब जशपुर में कुछ ऐसा होने वाला है जो पूरे देश में अपने आप में एकमात्र उदाहरण होगा. आगामी 2 फरवरी को जशपुर के जिला संग्रहालय में एक ऐसा प्रयोग दोहराया जाने वाला है, जो देश में आज तक नहीं हुआ है और विश्व में भी उसके एकाध ही उदाहरण मिलते हैं. जिले के युवाओं में विज्ञान के प्रति अभिरुचि को जागृत करने के उद्देश्य से जशपुर में विज्ञान एक ऐसा प्रयोग दोहराया जाने वाला है. जिसे आज तक विश्व के बड़े वैज्ञानिक ही कर सके हैं और जिसके परिणाम आज ही नहीं बल्कि आने वाले कई वर्षों तक तक वैज्ञानिक प्रगति को प्रभावित करेंगे.
खास बात यह है कि अत्यन्त अल्प संसाधनों में किया जाने वाला यह प्रयोग अत्यंत रोचक तरीके से संपन्न किया जाएगा. यह प्रयोग छात्रों को विज्ञान के प्रति सोचने की नई दिशा प्रदान करेगा. नव संकल्प के विषय विशेषज्ञ विवेक पाठक ने बताया कि यह प्रयोग साधारण प्रकृति का होते हुए भी अत्यंत महत्वपूर्ण होगा. जिससे छात्र टाइम और स्पेस की प्रकृति को समझने की ओर अग्रसर होंगे. एनईएस कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ विजय रक्षित ने भी विज्ञान के प्रति जागरूकता को आवश्यक बताया.