छत्तीसगढ़: नवा रायपुर में कार पोल से टकराकर जल गई, इंजन 30 फीट दूर जा गिरा; गरियाबंद में सड़क हादसे में 3 दोस्तों की मौत, कुल 6 की जान गई

छत्तीसगढ़ में 24 घंटे के अंदर अलग-अलग हादसों 6 लोगों की मौत हो गई। गरियाबंद में शनिवार रात तेज रफ्तार कार ने बाइक सवार 3 दोस्तों को टक्कर मारी, इसमें तीनों की मौत हो गई।

Advertisement

वहीं नवा रायपुर के सेक्टर 17 में एक भीषण कार एक्सीडेंट हुआ हैं। जिसमें एक युवक की मौत हो गई और दो गंभीर रूप से घायल हो गए। बताया जा रहा है कि एक्सीडेंट के बाद कार का इंजन करीब 30 फीट दूर जा गिरा।

इसके अलावा रायपुर बिलासपुर हाईवे में भी रोड क्रॉस करने के दौरान एक बस ने बाइक सवार को टक्कर मार दी। इसमें दो लोगों की मौत हो गई है।

गरियाबंद हादसा- बैंक गए थे तीनों दोस्त

परिजनों से मिली जानकारी के मुताबिक, तीनों दोस्त ओडिशा के सेंधमुड़ा के उरमाल स्थित यूनियन बैंक गए थे। वहां से काम होने के बाद वापस अपने गांव मूंगिया लौट रहे थे, तभी तेज रफ्तार कार ने टक्कर मार दी। सड़क पर खून ही खून बिखरा मिला है।

मौके पर तड़पते रहे घायल, मदद के इंतजार में गई जान

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बाइक और कार की टक्कर दूर तक सुनाई दी। हादसे के तुरंत बाद तीनों घायलों की सांसें चल रही थीं। तुरंत 108 एम्बुलेंस को फोन किया, लेकिन एम्बुलेंस को घटनास्थल तक पहुंचने में 40 मिनट का समय लग गया। एम्बुलेंस से तीनों को देवभोग अस्पताल लाया गया, जहां तीनों को डॉक्टर्स ने मृत घोषित कर दिया।

कार ड्राइवर हादसे के बाद मौके से भागा

हादसे के बाद कार चालक घायलों को तड़पता छोड़कर फरार हो गया था, लेकिन पुलिस ने वाहन की नंबर प्लेट (CG23N6737) के आधार पर आरोपी की पहचान की। उसे हिरासत में ले लिया गया। कार को भी जब्त कर लिया गया है।

स्थानीय सुविधाओं की कमी बनी मौत की वजह

सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि घटनास्थल के सबसे नजदीकी अस्पताल अमलीपदर में एम्बुलेंस सेवा ही उपलब्ध नहीं थी। ऐसे में देवभोग से 17 किलोमीटर दूर से एम्बुलेंस बुलाई गई, जिसे आने में देर हुई और तीनों घायल दम तोड़ बैठे।

17 महीने में सड़क हादसे में 30 मौतें, 54 घायल

पिछले 17 महीने में देवभोग पुलिस ने सड़क दुर्घटना के 48 मामले दर्ज किए, जिसमें 30 की मौत हुई है और 54 घायल हुए हैं। इन हादसो में 30 हादसे नेशनल हाइवे 130 सी पर बड़बाहली से झराबहाल के बीच 12 किमी की दूरी में हुई है।

वहीं पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक 2024 में 34 हादसे हुए, जिसमें 24 ने जान गवाई है, जबकि 2025 में अब तक 25 हादसे हो चुके हैं, जिसमें 6 की मौत हुई है। गंभीर घायलों की जाने भी गई है, जिससे मौत के आंकड़े बढ़ सकते हैं। वहीं 10 से ज्यादा हादसों में कई घायल हुए, जिसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई गई।

 

Advertisements