मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज जशपुर के रणजीत स्टेडियम में स्व. दिलीप सिंह जूदेव स्मृति में अखिल भारतीय गोल्ड कप फुटबाल प्रतियोगिता के समापन कार्यक्रम में शामिल हुए. उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश के खिलाड़ीयों को खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए सार्थक प्रयास किया जा रहा है. छत्तीसगढ़ शासन खेलो इंडिया के तहत खिलाड़ियों को ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने पर 3 करोड़, रजत पदक जितने पर 2 करोड़ और कांस्य पदक जितने पर 1 करोड़ का इनाम दिया जाएगा. उन्होंने रणजीता स्टेडियम के जीर्णोद्धार करवाने की घोषणा की.
देश भर के 16 राज्यों से फूटबाल प्रतियोगिता में शामिल होने वाले खिलाड़ी को अपनी हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी. मुख्यमंत्री ने खिलाड़ियों का परिचय प्राप्त करते हुए उनका उत्साहवर्धन किया.
इस अवसर पर जशपुर विधायक रायमुनि भगत, सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष और पत्थलगांव विधायक गोमती साय, नगर पालिका अध्यक्ष अरविन्द भगत, नव निर्वाचित पार्षद यश प्रताप सिंह जुदेव, शौर्य प्रताप सिंह जुदेव, शान्ति भगत, पार्षद फैजान सरवर, ओम प्रकाश, नरेश नंदे और बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधिगण, खिलाड़ी, कोंच और खेल प्रेमी बड़ी संख्या में उपस्थित थे.
प्रतियोगिता में देश भर के 16 राज्यों की राष्ट्रीय स्तरीय फुटबॉल टीमों ने भाग लिया था. टीमों में डाउन-टाउन जम्मू कश्मीर, कालीघाट फुटबॉल क्लब पश्चिम बंगाल, शैल फुटबॉल अकादमी बोकारो झारखंड, वाईडीसी मणिपुर, वाईएमएफसी बक्सर बिहार, एमएफजी बैंगलोर कर्नाटक, सेंचुरी सीमेंट मुंबई, महाराष्ट्र, आर्मी आटलरी सेंटर हैदराबाद, आंध्र प्रदेश, एफसी अवध उत्तरखंड, राउरकेला रेड ओडिशा, मल्लपुरम एफसी, केरल, लुक्का एफसी केरला और जशपुर की टीम शामिल हैं. फुटबॉल प्रेमियों के लिए यह प्रतियोगिता एक शानदार आयोजन साबित हो रहा, जो देशभर से आए फुटबॉल खिलाड़ियों और दर्शकों का दिल जीत लिया.
मुख्यमंत्री ने रेलवे नागपुर और माईजी बैंगलूरू के बीच फायनल मैच का आनंद लिया और सफल आयोजन के लिए आयोजन समिति को अपनी हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी. प्रतियोगिता में पहले सेमीफायनल में मां कामाख्या स्पोर्ट्स क्लब बक्सर को हरा कर फाइनल में पहुंची. मद्रास इंजीनियरिंग ग्रूप, एमईजी बैंगलूरू और शुक्रवार को दूसरे सेमीफायनल में सी-लैंड केरला को 4-1 से हराने वाली साउथ ईस्टर्न सेंट्रल रेलवे नागपुर के बीच 23 फरवरी रविवार फायनल मैच खेला गया.
पांच साल के लंबे अंतराल के बाद रणजीता स्टेडियम में एक बार फिर राष्ट्रीय टीमों के खिलाड़ियो को खेलते हुए देख कर रोमांचित होने का अवसर शहरवासियों को मिला. इस फुटबाल मैच को देखने के लिए शहर सहित आसपास के ग्रामीण अंचल से खेल प्रेमियों ने खेल का आनंद लिया.