छत्तीसगढ़ प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने पत्रकार और विधिक सलाहकार अशोक त्रिपाठी के द्वारा लिखित किताब उम्र 21 साल, सजा 20 साल की का आज विमोचन किया. यह किताब बालको पर यौन हिंसा, और लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम का इसके अपराध को रोकने पर प्रभाव के विषय पर आधारित है.
वहीं, किताब में विषय विशेषज्ञों की राय के साथ पोक्सो एक्ट के लीडिंग केसेस को भी प्रस्तुत कर यह बताने की कोशिश की गई है कि किस तरह से षडयंत्र पूर्वक बालकों को यौन हिंसा का शिकार बनाया जाता है. वहीं इसका दूसरा गंभीर पहलू है कि ऐसे अपराध के ज्यादातर प्रकरणों में आरोपियों की उम्र 19 साल से 30 साल तक की पाई गई है.
फिलहाल, इसलिए ऐसे अपराधों को रोकने के लिए इस उम्र वर्ग के युवाओ को जागरूक करना बहुत जरूरी है, ताकि युवा ऐसे अपराधों से बच सके. जो युवा इस अपराध में लिप्त हो जाते.
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