जशपुर के विकासखण्ड फरसाबहार के ग्राम पगुराबहार में मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने 9 वें सशस्त्र सेना के भूतपूर्व सैनिक दिवस ‘वेटरन डे’ पर सेना के वीर जवानों के बलिदान और वीरता को नमन किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 1971 के युद्ध में अपनी अभूतपूर्व वीरता एवं अदम्य साहस का प्रदर्शन करने वाले जशपुर के भागलपुर निवासी 81 वर्षीय नायक अरूण कुमार का सम्मान किया.
अरुण कुमार ने 1961 में थल सेना के इलेक्ट्रॉनिक एवं मैकेनिकल इंजीनियरिंग कोर में पदस्थ हुए थे. 1971 के भारत पाकिस्तान युद्ध के दौरान देश की रक्षा करते हुए उन्होंने अदम्य साहस का परिचय दिया था. जिसके लिए उन्हें राष्ट्रपति के द्वारा वीरता अलंकरण “सेना मेडल” से सुशोभित किया गया. मुख्यमंत्री साय ने अरूण कुमार को शाल, श्रीफल एवं प्रशस्ति पत्र द्वारा सम्मानित किया. अरूण कुमार ने अपने युद्ध के अनुभव भी मुख्यमंत्री से साझा किये.
सीएम साय ने जिले के शहीद सेनानियों के परिवार के सदस्यों को शाल, श्रीफल एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. इस अवसर पर शहीद सिपाही शिमोन केरकेट्टट्ट, शहीद राजेश बारा, शहीद सिपाही अशोक राम भगत के परिवारों से मुख्यमंत्री साय ने मुलाकात कर चर्चा की. इसके साथ ही शहीद हवलदार शिमोन केरकेट्टा की पत्नी तेरेसा केरकेट्टा को चलने में होने वाली समस्याओं को देखते हुए व्हील चेयर प्रदान भी प्रदान किया.
उल्लेखनीय है कि भारतीय थल सेना के 9वीं बिहार रेजीमेंट में रहते हुए कुनकुरी तहसील के ग्राम बैगाटोली, घटमुण्डा निवासी शहीद सिपाही शिमोन केरकेट्टा ने अक्टूबर 1966 को उत्तर पूर्व क्षेत्र में मिजोरम होस्टीलिस के समय देश की रक्षा में अपनी जान की परवाह तक नहीं की एवं अदम्य साहस के साथ लड़ते हुए दुश्मन की गोली लगने से वीर गति प्राप्त हुए. जशपुर के ग्राम बडा गलौंदा के शहीद राजेश बारा भारतीय थल सेना के 4 बिहार रेजीमेंट में पदस्थ रहते हुए 2002 में देश के जम्मू एवं कश्मीर क्षेत्र में देश के दुश्मन तथा आंतकवादियों से देश की रक्षा करते हुए अप्रैल 2002 को वीर गति प्राप्त हुए थे. जशपुर के ग्राम कसिरा निवासी शहीद सिपाही अशोक राम भगत भारतीय थल सेना के 18 बिहार रेजीमेंट में पदस्थ रहते हुए नवम्बर 2020 में सिक्किम क्षेत्र के नियंत्रण रेखा में आपरेशन स्नो लिपोर्ड में भाग लेकर देश की रक्षा करते हुए को वीर गति प्राप्त हुए थे.
ज्ञात हो कि भारतीय सशस्त्र सेनाओं के प्रथम कमान्डर इन चीफ फील्ड मार्शल के. एम. करिअप्पा के भारतीय सेना में उल्लेखनीय योगदान को याद करने के लिये प्रत्येक वर्ष 14 जनवरी को ‘वेटरन्स डे’ मनाया जाता है. इसके माध्यम से हमारे देश के उन सभी सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हुए शांति और स्वतंत्रता के लिए संघर्ष को याद किया जाता है. जिसमें न केवल वर्तमान और पूर्व सैनिकों को भी सम्मानित किया जाता है. इस अवसर पर विधायक गोमती साय, कौशल्या साय, कलेक्टर रोहित व्यास, पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह, जिला पंचायत सीईओ अभिषेक कुमार सहित जिला भूतपूर्व सैनिक कल्याण समिति के जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कैप्टन उमेद सिंह चारण, कल्याण संयोजक ओनरी सूबेदार मेजर हेमन्त कुमार सार्वा, नायक उत्तम कुमार साहू, महादेव यादव एवं जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहे.