छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने ट्रेनसे प्रदेश के कई क्षेत्रों का दौरा करते नजर आएंगे. इस पहल की शुरुआत उन्होंने रायपुर से बिलासपुर तक अमरकंटक एक्सप्रेस में यात्रा कर की. रविवार शाम को मुख्यमंत्री ने बिना किसी विशेष तामझाम के रेल्वे स्टेशन पहुंचकर आम यात्रियों के साथ ट्रेन में सफर किया. इस दौरान उन्होंने यात्रियों का साथ बात की.
मुख्यमंत्री ने कहा कि ट्रेन यात्रा उनके लिए नई नहीं है. विधायक और सांसद रहते हुए उन्होंने कई बार ट्रेन में यात्रा की है. उन्होंने कहा कि रेल से यात्रा का आनंद अलग होता है, क्योंकि इससे नए लोगों से मुलाकात होती है और ऐसा महसूस होता है जैसे एक बड़े परिवार के साथ सफर पर जा रहे हों. मुख्यमंत्री साय ने ट्रेन यात्रा के दौरान मूंगफली खाते हुए अपने अनुभव साझा किए और साथ ही यात्रियों को स्वच्छता का संदेश भी दिया. उन्होंने कहा कि ट्रेन हमारी सार्वजनिक संपत्ति है और इसकी स्वच्छता का ध्यान रखना सबकी जिम्मेदारी है.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
यात्रियों से की बातचीत
मुख्यमंत्री ने यात्रियों से बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में रेलवे में हुए सुधारों की चर्चा की. उन्होंने कहा कि रेल यात्रियों के लिए सुविधाएं लगातार बेहतर हुई हैं. छत्तीसगढ़ में भी रेलवे के आधारभूत ढांचे का तेजी से विकास हो रहा है, जिससे प्रदेश को कई लाभ मिले हैं. उन्होंने रेलवे में यात्रियों की सुविधाओं की जानकारी भी ली.
यात्रियों की समस्याएं भी सुनी
मुख्यमंत्री की इस यात्रा में विधायक अनुज शर्मा, भैयालाल राजवाड़े, और गुरु खुशवंत साहेब भी उनके साथ थे. स्टेशन पर यात्रियों ने मुख्यमंत्री को अचानक अपने बीच पाकर खुशी व्यक्त की और गर्मजोशी से उनका स्वागत किया. मुख्यमंत्री ने मुस्कुराते हुए सभी से मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनीं.
ट्रेन यात्राएं जीवनशैली का अहम हिस्सा- सीएम
मुख्यमंत्री ने कहा कि ट्रेन यात्राएं भारतीय जीवनशैली का अहम हिस्सा हैं. उन्होंने यात्रियों को जागरूक करते हुए कहा कि सफर के दौरान स्वच्छता बनाए रखें और कचरा इधर-उधर फेंकने से बचें. उन्होंने बताया कि डबल इंजन की सरकार रेलवे को बेहतर बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है. मुख्यमंत्री की इस अनोखी यात्रा ने आम लोगों के साथ उनका जुड़ाव और उनकी सहजता को दर्शाया. यह पहल जनता और सरकार के बीच संवाद बढ़ाने का एक सकारात्मक प्रयास माना जा रहा है.