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महिला सशक्तिकरण की मिसाल: जशपुर की प्रीति बनी आत्मनिर्भर, मुद्रा लोन से शुरू की श्रृंगार दुकान, रोज़ाना कमा रहीं ₹1000

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के सुशासन में महिलाएं आत्मनिर्भर बनकर स्वरोजगार से निरंतर जुड़ रहीं है. लक्ष्मी स्व सहायता समूह की सदस्य प्रीति गुप्ता ने स्वयं का श्रृंगार दुकान शुरू किया.

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प्रीति गुप्ता ने बताया कि वह बगीचा विकासखण्ड मुख्यालय से 12 कि.मी. के दूरी पर स्थित ग्राम बुढ़ाडांड़ की निवासी है. लक्ष्मी स्व सहायता समूह से जुड़ी हुई है. उन्होंने बताया कि पहले वह समूह से जुड़ी नहीं थी. उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी. उसके बाद वह समूह में जुड़ी और उससे 1 लाख रूपए का समूह के माध्यम से मुद्रा लोन मिला. उस लोन के राशि से प्रीति गुप्ता ने अपने गांव बुड़ाडांड़ से 12 किलोमीटर की दूर पर स्थित बगीचा में श्रृंगार दुकान खोली है.

उन्होंने बताया कि समूह में जुड़ने से पहले उन्हें लोन में पैसा मिलने में परेशानी हो रही थी. समूह से जुड़कर उन्हें मुद्रा लोन के माध्यम से 1 लाख रूपए की राशि मिली है. जिससे वे अपना श्रृंगार की दुकान चला रही हैं. उन्होने बताया कि दुकान खोले हुए चार माह से अधिक हो गई है. प्रतिदिन 4 से 5 हजार तक के सामान की बिक्री हो जाती है. जिससे उनको प्रतिदिन 1 हजार तक का शुद्ध लाभ हो रहा है. प्रीति ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि समूह से जुड़ने के बाद उनके जीवन में परिवर्तन आया है. उनके पास पैसे आने लगे है. जिससे उनका जीवन स्तर बेहतर हो गया है. इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को धन्यवाद दिया है.

प्रीति ने सभी महिलाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि सभी को समूह में जुड़ना चाहिए और छत्तीसगढ़ शासन की योजनाओं का लाभ लेना चाहिए. प्रीति ने बताया कि समूह से जुड़ने के बाद उन्हें बहुत अच्छा लग रहा है. अब वह घर से बहार आने-जाने लगी हैं, बैंक सहित अन्य बाहरी कामों को स्वयं से कर पाती हैं. इस प्रकार अब प्रीति समूह से जुड़कर आत्मनिर्भर हो गई हैं. इस प्रकार वह छत्तीसगढ़ शासन की योजनाओं का लाभ उठा रही हैं.

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