कलेक्टर रोहित व्यास के दिशा-निर्देश एवं पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह के मार्गदर्शन में पुलिस विभाग और यूनिसेफ के संयुक्त प्रयास से #क्लिकसेफ कार्यक्रम की शुरुआत विगत 3 दिसंबर को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में की गई. तीन दिनों तक कार्यक्रम आयोजित होने के पश्चात 5 दिसंबर को कार्यक्रम का समापन किया गया. इस दौरान मास्टर ट्रेनर्स सहित लगभग 150 वालेंटियर ने सायबर जागरूकता पर अपने अनुभव और जानकारी साझा किये तथा जिले के पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों को भी जानकारियों से अवगत कराया गया.
पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह ने उपस्थित वॉलंटियर को योद्धा की संज्ञा देकर समाज हित में लगातार कार्य करने हेतु अपील की गई. यह प्रशिक्षण समाज के भविष्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है. इस कार्यक्रम का उद्देश्य हमारे समाज के भविष्य हमारे बच्चों को डिजीटल युग में सुरक्षित रखने के लिये आवश्यक जागरूकता और कौशल प्रदान करना था. पुलिस अधीक्षक द्वारा कार्यक्रम में यूनिसेफ को सम्मिलित होने पर आभार व्यक्त किया गया. साथ ही सभी प्रशिक्षकों एवं वॉलंटियर्स ने अपने ज्ञान एवं अनुभव साझा किये. इससे यह अत्यंत उपयोगी और प्रेरणादायक हो गया. सामूहिक प्रयासों से हम सब मिलकर समाज को बेहतर और सुरक्षित बना सकते हैं.
पुलिस अधीक्षक द्वारा विशेष अपील की गई कि उक्त कार्यक्रम से प्राप्त ज्ञान को अपने समुदाय और परिवारों के बीच अवश्य साझा करें. आपकी जागरूकता से न केवल आपका बल्कि आपके आस-पास के बच्चों का भविष्य भी सुरक्षित रहेगा. यह कार्यक्रम केवल एक शुरूआत है, हमें इस दिशा में निरंतर कार्य करना होगा ताकि हमारे आने वाली पीढ़ी सायबर खतरों से पूरी तरह सुरक्षित रहे.
प्रशिक्षण में विशेषज्ञों द्वारा साइबर सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर बारीकी से जानकारी दी गई, जैसे कि पासवर्ड प्रबंधन, सोशल मीडिया का सुरक्षित उपयोग, ऑनलाइन खतरों से बचाव और साइबर बुलिंग से बचाव के उपाय इत्यादि. समापन कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल सोनी, उप पुलिस अधीक्षक भावेश समरथ, आरआई अमरजीत खुंटे, मास्टर ट्रेनर्स हिमानी चौहान, सीनियर ऑफिसर प्रोग्राम्स, वाईएलएसी, निधि किन्हल, प्रोग्राम्स ऑफिसर वाईएलएसी श्री अभिषेक कुमार उपस्थित थे.