कलेक्टर रोहित व्यास ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में केन्द्रीय सीआरएम की टीम के डॉक्टरों और विकासखण्ड बीएमओ की बैठक लेकर स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी ली. टीम के द्वारा कलेक्टर की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में प्रस्तुतिकरण दिया गया. टीम के द्वारा दिये गए सुझाव का परिपालन कर जिले में स्वास्थ्य सेवाओं का सुदृढ़ीकरण किया जायेगा.
सीएम विष्णुदेव साय लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने के लिए विशेष प्रसाय कर रहे हैं. जिले के सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के कार्याकलप, पेयजल, साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था, ऑपरेशन थिएटर, लैब तथा प्रसव कक्ष में आवश्यक दवाइयां उपकरण, रनिंग वाटर की उपलब्धता को बेहतर करने का प्रयास किया जा रहा है.
केंद्रीय सीआरएम टीम ने कलेक्टर को अपने अनुभाव साझा किए और जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के संबंध में अपने-अपने विचार व्यक्त किए. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय हर साल देश भर के विभिन्न राज्यों में कॉमन रिव्यू मिशन का आयोजन करता है. सीआरएम का उद्देश्य एनएचएम के तहत चल रहे विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों की कार्यात्मक स्थिति का त्वरित मूल्यांकन करना और उनके क्रियान्वयन को प्रभावित करने वाले प्रमुख घटकों और चुनौतियों को समझना है. इस वर्ष जशपुर जिले को बेहतर प्रदर्शन वाले जिले के रूप में मूल्यांकन के लिए चयनित किया गया है. टीम के द्वारा मूल्यांकन उपरांत जिले में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार एवं गुणवत्ता हेतु आवश्यक सुधार हेतु सुझाव दिया गया है.
केंद्रीय टीम द्वारा स्वास्थ्य केन्द्रों में स्वास्थ्य सेवाओं का सुदृढ़ीकरण करने के संबंध में चर्चा की और अधेसंरचना दवा एवं उपकरण, रिकॉर्ड एवं रिपोर्टिंग, भंडार, प्रचार-प्रसार सामग्री का रिकार्ड, प्रदर्शन व रखरखा सहित अन्य बिन्दुओं पर विस्तार से 3 व अपने अनुभव साझा किए. उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं सुदृढ़ीकरण करने के संबंध में चर्चा की और अधेसंरचना दवा एवं उपकरण, रिकार्ड एवं रिपोर्टिंग, भंडार, प्रचार-प्रसार सामग्री का रिकॉर्ड, प्रदर्शन व रखरखा सहित अन्य बिन्दुओं पर विस्तार से जानकारी व अपने अनुभव साझा किए. उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं की सुलभ व सुव्यवस्थित प्रदायगी के लिए प्रसव पंजी, उच्च जोखिम वाले गर्भवर्ती महिलाओं का चिन्हांकन, टीकाकरण पंजी, ओपीडी पंजी, जीवनदीप समिति की बैठक व व्यय पंजी, वित्तीय बिल, बाउचर, अंकेक्षण रिकॉर्ड का अद्यतन प्रविष्टिी करने की बात कही. साथ ही स्वास्थ्य संस्थाओं से प्रेषित किये जाने वाले मासिक प्रतिवेदन का एचएमआईएस रिपोर्ट की सत्यापित छायाप्रति समस्त स्वास्थ्य केन्द्रों में उपलब्ध होने, समस्त राष्ट्रीय कार्यक्रमों टी.बी., कुष्ठ, अंधत्व निवारण, गलेरिया, गैर संचारी बीमारी से संबंधित जानकारी तथा रिकॉर्ड संधारण होने, एक्सपाईयरी दवाईयों का व्यवस्थापन, दवाईयों तथा उपकरणों का सुव्यवस्थित संधारण, भण्डार में समस्त दवाईयों तथा उपकरणों का वर्तमान तक स्टाक पंजी का पूर्ण प्रविष्टीकरण, स्वास्थ्य संस्थाओं में प्रदर्शित आईईसी व बीसीसी सामग्री में अत्यंत पुराने तथा खराब दशा में लगे फटे-पुराने पोस्टर इत्यादि को निकाल कर सुव्यवस्थित करने, जननी सुरक्षा कार्यक्रम तथा जननी सुरक्षा योजना अंतर्गत प्रदायित सेवाओं की समस्त जानकारी संबंधी प्रदर्शन करने सहित विभागीय वेब-साईट पर आवश्यक समस्त जानकारी अद्यतन किए जाने के संबंध में सुझाव दिए गए.
केंद्रीय सीआरएम टीम के डॉ. संदीप जोगदंड, डॉ. यांकी दहिया, डॉ. आफरीन खान, डॉ. रितु वशिष्ठ, डॉ. यू.आर. शेखर नम्बुरी, डॉ. राजकुमार आर्य, डॉ. झूमा मन्ना और राज्य स्तरीय टीम से डॉ. एस. पामभोई, जिले से भास्कर तारक, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जी.एस. जात्रा, डीपीएम गनपत नायक ने जशपुर जिले के बगीचा विकासखण्ड के पी.वी.टी. जी. सेल सी.एच.सी. बगीचा, आयुष्मान आरोग्य मंदिर बगडोल, पीएम-जनमन स्वास्थ्य शिविर केरापाठ और विशेष पिछड़ी जनजाति ग्राम रोकड़ापाठ में भ्रमण कर स्वास्थ्य सुविधाओं की जायजा ली.
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