कलेक्टर रोहित व्यास ने कलेक्टोरेट सभाकक्ष में साप्ताहिक समय सीमा की बैठक लेकर सुशासन तिहार के प्राप्त और निराकृत आवेदनों की विस्तार से समीक्षा की. उन्होंने सभी अधिकारियों को प्राप्त आवेदनों का समाधान कारक निराकरण करने के निर्देश दिए.
कलेक्टर ने कहा कि सुशासन तिहार के तीसरे चरण में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का किसी भी शिविर और गांव में आकस्मिक निरीक्षण करने हेलिकॉप्टर से अचानक पहुंचेंगे. इस दौरान वे हितग्राहियों से प्रधानमंत्री आवास योजना, महतारी वंदन योजना, राजस्व विभाग के प्रकरण फवती, नामांतरण, सीमांकन, डाइवर्जन, आय जाति निवास के निराकरण प्रकरणों की स्थिति की जानकारी लेंगे और अधिकारियों की समीक्षा बैठक लेंगे.
उन्होंने अधिकारियों को अपने विभाग के सभी पैरामीटर का परीक्षण करने के लिए कहा और जानकारी अपडेट करने के निर्देश दिए हैं. इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अभिषेक कुमार वन मंडलाधिकारी शशि कुमार और जिला स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित थे.
समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने विघुत विभाग को नया कनेक्शन, खंभा की मांग और टांसफार्मर की मांगों का भी निराकरण करने के लिए कहा है. खाघ विभाग के अधिकारियों को राशनकार्ड बनवाने, नाम का विलोपन, राशन कार्ड में नाम जोड़ने के कार्य को करने के लिए कहा है और हितग्राहियों को प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का लाभ देने के निर्देश दिए हैं. जिला पंचायत के अंतर्गत मजदूरी भुगतान के प्रकरणों का भी निराकरण करने के निर्देश कलेक्टर ने दिए हैं. किसानों को सौर सुजला योजना का लाभ देने के निर्देश दिए हैं.
कलेक्टर ने स्वास्थ विभाग के अधिकारियों को संस्थागत प्रसव, सिकल सेल, टीकाकरण सहित मरीजों तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं. कलेक्टर ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को जल जीवन मिशन के लंबित प्रकरणों जिले के बिगड़े हैंड पंप को सुधारने के निर्देश दिए हैं. किसानों के लिए पर्याप्त मात्रा में खाद और बीज की उपलब्धता करने के लिए कहा हैं.
कलेक्टर ने साप्ताहिक समय की बैठक में जन्म और मृत्यु के पंजीकरण के जिले के लक्ष्य के बारे संबंध में जानकारी ली और बच्चों का प्राथमिकता से जन्म प्रमाण बनवाने के निर्देश दिए हैं. और जिनकी मृत्यु हो चुकी उनका मृत्यु प्रमाण बनवाने के लिए कहा है. कलेक्टर ने बैठक में धरती आबा जनजाति उत्कर्ष योजना का बेहतर क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए हैं. योजना के तहत विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा परिवारों को जल शक्ति योजना, घरेलू विद्युत कनेक्शन, मोबाइल मेडिकल यूनिट, आयुष्मान योजना का लाभ देने के निर्देश दिए हैं. पशुपालन विभाग को किसानों को बकरी पालन, मुर्गी पालन और पशुपालन विभाग की योजनाओं से लाभान्वित करने के लिए कहा है.