जशपुर: कलेक्टर ने शिक्षा विभाग के लिपिक प्रदीप कुजूर को थमाया नोटिस, घोर लापरवाही बरतने का आरोप

कलेक्टर श्री रोहित व्यास ने कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी जशपुर वर्तमान पदस्थ कार्यालय विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी, विकासखण्ड कुनकुरी के सहायक ग्रेड- 02 श्री प्रदीप कुजूर को अपने कर्तव्यों के प्रति घोर लापरवाही एवं स्वेच्छाचारिता किए जाने पर नोटिस जारी कर 3 दिवस के भीतर जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं.

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विदित हो कि डिप्टी कलेक्टर सह प्रभारी अधिकारी (शिक्षा) के द्वारा 15 मई 2025 को कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी जशपुर का औचक निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के दौरान स्थापना शाखा के नस्तियों के अवलोकन से जानकारियां प्राप्त हुई कि कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी जशपुर के द्वारा जारी कार्यविभाजन आदेश में प्रदीप कुजूर को कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी जशपुर के कर्मचारियों के स्थापना का दायित्व सौंपा गया है.

कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी जशपुर के आदेश 26 अगस्त 2019 के द्वारा प्रदीप कुजूर को 26 दिसंबर 2018 से02 जनवरी 2019 तक कुल 08 दिवस का अर्जित अवकाश स्वीकृत किया गया है. जिसका सहायक ग्रेड 02 प्रदीप कुजूर के सेवा पुस्तिका के अवकाश लेखा के अवलोकन से स्पष्ट होता है कि उक्त अवधि का अवकाश लेखा के कॉलम में अवकाश संधारण नहीं किया गया है.

बालकुमारी भगत, भृत्य, कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी जशपुर के द्वारा कथन किया गया है कि उनके द्वारा वर्ष 2023 में 12 दिवस के अर्जित अवकाश का उपभोग किया गया है किन्तु उनके सेवा पुस्तिका के अवकाश लेखा के अवलोकन से स्पष्ट होता है कि उनके उक्त अवधि का अवकाश लेखा के कॉलम में अवकाश संधारण नहीं किया गया है.

इसी प्रकार अन्य कर्मचारियों के सर्विस बुक का प्रभारी अधिकारी के द्वारा अवलोकन किया गया है, जिसमें पाया गया कि प्रदीप कुमार कुजूर द्वारा अन्य कर्मचारियों के सर्विस बुक में अवकाश को इन्द्राज नहीं करते हुए पूर्ण उपस्थिति दर्शायी गई है. कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी जशपुर के कारण बताओ नोटिस 22 अक्टूबर 2024 द्वारा कार्यालयीन प्रभार को नानपति प्रधान, सहायक ग्रेड- 02 को नहीं सौंपे जाने के कारण लिपिक, भृत्यों के पदोन्नति, नियमितिकरण की कार्यवाही लंबित होने के कारण प्रदीप कुजूर को बताओ नोटिस जारी कर जवाब चाहा गया था.

कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी जशपुर वर्तमान पदस्थ कार्यालय विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी, विकासखण्ड कुनकुरी के सहायक ग्रेड- 02 प्रदीप कुजूर का उक्त कृत्य प्रथम दृष्टया गंभीर अनियमितता एवं अनुशासनहीनता को दर्शाता है. इससे यह प्रतीत होता है कि प्रदीप कुजूर शासकीय कार्य के प्रति रूचि नहीं रखते है तथा उनके द्वारा उच्च अधिकारियों के आदशों, निर्देशों का पालन नहीं किया जाता है. इस प्रकार उनके द्वारा अपने कर्तव्यों के प्रति घोर लापरवाही एवं स्वेच्छाचारिता किया गया है, जो छ०ग० सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के नियम 3 के सर्वथा विपरीत है.

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