अक्सर देखा जाता है कि कहीं पर जमीनी व पहाड़ी इलाकों में बाढ़, भूस्खलन जैसी प्राकृतिक आपदा आती है तो NDRF की टीम लोगों को बचाने व उन्हें सुरक्षित जगह पहुंचाने के लिए हमेशा तत्पर दिखाई देती है. कठिन परिस्थितियों में भी टीम अदम्य साहस के साथ दिन हो रात पूरी तन्मयता से लोगों को रेस्क्यू करने में जुटी रहती है. गुरुवार को जिले के मयाली डेम में NDRF और SDRF की संयुक्त टीम ने एक मॉक ड्रील कर प्राकृतिक आपदा की स्थिति में लोगों को किस प्रकार से बचाते हुए उन्हें तत्काल मेडिकल सहायता उपलब्ध कराया जाता है इसका लाइव प्रदर्शन करके बताया.
यह जिला स्तरीय मॉक ड्रील का आयोजन राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के तहत किया गया. इसका प्रमुख उद्देश्य आम लोगों को आपात स्थिति में कैसी प्रतिक्रिया देनी है. इसके लिए जागरूक करना है. साथ ही स्थानीय प्रशासन की सहयोग से आपात स्थिति में बेहतर आपदा प्रबंधन का अंजाम देना भी है. जिले के कुनकुरी ब्लॉक में पर्यटन के लिए मशहूर मयाली डेम में थर्ड बटालियन मुंडाली कटक उड़ीसा की NDRF टीम और जिले के SDRF की टीम ने संयुक्त रूप से मॉक ड्रील कर बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने पर, डेम के टूटने और अचानक पानी बढ़ने की वजह से आई आपदा से कैसे निपटना है और लोगों की जिंदगी को किस तरह से बचाना है इसका पूर्वाभ्यास करके दिखाया.
आपदा में और आपात स्थिति में घरों में काम आने वाले उपकरणों के इस्तेमाल का किया गया प्रदर्शन
मॉक ड्रील के दौरान एनडीआरएफ के असिस्टेंट कमांडेंट गौरव जांगटे के निर्देशन में सब इस्पेंक्टर आनंद कुमार और संदीप कुमार और एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवानों ने आपदा में काम आने वाले उपकरणों का इस्तेमाल करके रेस्क्यू किए जाने के तरीके को बताया. इसके साथ ही आपात स्थिति में घर में मौजूद समानों जैसे खाली प्लास्टिक बोतलों को जोड़कर, खाली केन, फुटबाल सहित अन्य उपकरणों के इस्तेमाल कर बचाव के तरीके का लाइव प्रदर्शन किया गया. टीम ने लाइव प्रदर्शन कर दिखाया की अगर कोई व्यक्ति पानी में डूब रहा है तो उसे किस प्रकार त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए उसे बचाया जाता है, इसके अलावा डीप ड्राइविंग रेसक्यू का भी प्रदर्शन किया गया.
टीमों ने बचाए गए व्यक्ति को प्राथमिक उपचार के तहत सीपीआर और रेस्क्यू ब्रीथ देने के तरीके का लाइव डेमो करके बताया. इसके साथ ही कोई डूब रहा है तो उसे उसके पीछे से किस प्रकार पकड़ के बचाना है इसका भी प्रदर्शन किया गया. इसके अलावा टीम ने आपदा में काम आने वाले उपकरण लाइफ सेविंग जैकेट, लाइफबॉय के उपयोग के तरीकों के बारे में बताते हुए इसका लाइव प्रदर्शन भी किया. अपर कलेक्टर प्रदीप कुमार साहू ने एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम की सराहना करते हुए उनका आभार व्यक्त किया इस दौरान कुनकुरी एसडीएम नंदजी पांडेय, डीडीआरएफ विपिन किशोर लकड़ा, एनसीसी कैडेट, छात्र और लोग मौजूद थे.
ये खबर भी पढ़ें
जशपुर: टेढ़ापहाड़ के ग्रामीणों को मिलने लगा शुद्ध जल, कई परेशानियों से मिली मुक्ति