जिला प्रशासन जशपुर एवं राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के संयुक्त तत्वावधान में वृहद कटहल मेला का आयोजन 12 जून 2025 को प्रातः 11:00 बजे से, स्थानीय वशिष्ठ कम्युनिटी हॉल, जशपुर में किया जा रहा है. यह मेला कलेक्टर रोहित व्यास के दिशा-निर्देश तथा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अभिषेक कुमार के मार्गदर्शन में आयोजित हो रहा है.
इस मेले में जिले के महिला स्व-सहायता समूहों, कृषक उत्पादक संगठनों, उत्पादक कंपनियों और कटहल व्यवसाय से जुड़े उद्यमियों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की गई है. मेले में कटहल प्रसंस्करण से संबंधित विषय विशेषज्ञ एवं तकनीकी विशेषज्ञ उपस्थित रहेंगे, जो प्रतिभागियों को कटहल से बनने वाले विभिन्न उत्पादों जैसे – बिरयानी, अचार, कैंडी, बिस्कुट, चिप्स आदि के निर्माण, विपणन और व्यावसायिक संभावनाओं के विषय में प्रशिक्षण देंगे. साथ ही, कटहल आधारित खाद्य उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी.
कटहल एक अत्यंत पौष्टिक फल है, जिसमें विटामिन C, पोटैशियम, एंटीऑक्सीडेंट तथा फाइबर भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. इससे कई प्रकार की स्वादिष्ट एवं स्वास्थ्यवर्धक व्यंजन तैयार किए जा सकते हैं, जिनकी स्थानीय और शहरी बाजारों में व्यापक मांग है. मेले में कटहल से संबंधित विभिन्न प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी. विशेष रूप से, किसानों द्वारा लाए गए सबसे बड़े और सबसे लंबे कटहल को पुरस्कृत किया जाएगा. इसके अतिरिक्त, कटहल पर आधारित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता भी आयोजित की जाएगी, जो प्रतिभागियों की जानकारी और समझ को बढ़ावा देगी.
इस मेले में कृषि महाविद्यालय कुनकुरी, उद्यानिकी महाविद्यालय कुनकुरी, कृषि विभाग, वन विभाग, उद्यानिकी विभाग, कृषि विज्ञान केंद्र, 10K योजना के अंतर्गत गठित कृषक उत्पादक संगठन, नाबार्ड द्वारा पोषित रीड्स संस्था एवं राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत कार्यरत प्रत्येक विकासखंड के संकुल संगठनों से जुड़ी स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं भाग ले रही हैं.
यह मेला न केवल कृषि आधारित व्यवसाय को बढ़ावा देने की दिशा में एक सशक्त पहल है, बल्कि गैर-कृषि क्षेत्र में भी स्वरोजगार एवं आर्थिक समृद्धि के अवसर प्रदान करेगा. जागरूकता कार्यक्रमों और प्रशिक्षण के माध्यम से स्वयं सहायता समूह की महिलाओं एवं ग्रामीण उद्यमियों को कटहल आधारित उद्योगों की स्थापना में सहायता प्रदान की जाएगी, जिससे कटहल फल का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित हो सकेगा.
प्रकृति सेवा संस्थान, बिलासपुर इस आयोजन में तकनीकी सहयोगी संस्था के रूप में कार्य कर रही है. यह मेला जशपुर जिले की स्थानीय उद्यमिता, महिला सशक्तिकरण एवं ग्रामीण नवाचार को एक नई दिशा देने वाला सशक्त मंच सिद्ध होगा.