कलेक्टर रोहित व्यास एवं एसएसपी शशिमोहन सिंह की अध्यक्षता में जिला कार्यालय सभाकक्ष में सड़क सुरक्षा समिति की बैठक का आयोजन किया गया. इस अवसर पर कलेक्टर ने सड़क दुर्घटना पर अपनी चिंता जाहिर करते हुए सड़कों को सुरक्षित बनाने के लिए जिले में यातायात संबंधी व्यापक जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए. उन्होंने वाहन चालन में सुरक्षा के मानकों को पालन कराने के निर्देश देते हुए कहा कि चारपहिया वाहन चालकों हेतु सीटबेल्ट एवं दुपहिया वाहन चालकों के लिए हेलमेट लगाना सुनिश्चिित कराया जाना चाहिए. उन्होंने जिला कार्यालय, पुलिस कार्यालय समेत सभी शासकीय कार्यालयों एवं विभागों में बिना हेलमेट आने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए.
कलेक्टर ने कहा कि सड़क दुर्घटना में किसी की भी जान जाना दुर्भाग्यजनक है. क्योंकि हर जान किमती है, अगर हर व्यक्ति यातायात नियमों का पालन करें तो कई बेशकिमती जान बच सकती है. उन्होंने कहा कि लोग अपने परिवार, दोस्तों व प्रियजनों के हित के लिए हेलमेट एवं सीटबेल्ट पहनने के लिए प्रेरित करें. बैठक में कलेक्टर ने ओवरलोड ट्रकों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए. इसके साथ ही उन्होंने पैंसेजर के लिए निर्धारित स्थल पर बस ना रोककर अचानक से बीच सड़क पर गाड़ी खड़ी करने वाले बसों पर कार्रवाई करने को कहा है. उन्होंने कहा कि अचानक से बस रोकने से जाम की स्थिति बनती है और दुर्घटना की भी आशंका बनी रहती है.
उन्होंने जिले में हो रही सड़क दुर्घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए जिले के सभी दुर्घटना संभाव्य क्षेत्रों की स्थिति पर चर्चा करते हुए दुर्घटनाओं के कारणों का विश्लेषण कर सुधार करने के निर्देश दिए गए. इसके लिए उन्होंने दुर्घटनाजन्य क्षेत्रों में सड़क सुरक्षा हेतु रोड साइन बोर्ड, रम्बल स्ट्रीप, स्टॉपर, क्रेस बैरियर, लाइटिंग, रेडियम स्ट्रीप, बस स्टॉप लाइन, सोलर ट्रैफिक बिलंकर, ब्लैक स्पॉट बोर्ड, स्पीड लिमिट बोर्ड आदि लगाने के निर्देश दिए गए. कलेक्टर ने मोटर वाहन अधिनियम के तहत शराब पीकर वाहन चलाने, हेलमेट ना पहनने, सीटबेल्ट ना लगाने, ओवर स्पीडिंग करने वालों पर अधिक से अधिक कार्रवाई करने के निर्देश दिए.
पुलिश अधीक्षक शशिमोहन सिंह ने बताया कि सरगुजा संभाग में आईजी के निर्देश पर कानून तोड़ो लाइसेंस छोड़ो अभियान चलाया जा रहा है. इसके तहत जो कोई यातायात नियमों का उल्लंघन करता है तो उस पर जुर्माना एवं लाइसेंस निलंबित करने की कार्रवाई की जाएगी.
राहवीर योजनाः गंभीर दुर्घटना पर जान बचाने वालों को किया जाएगा पुरस्कृत
बैठक में जानकारी दी गई कि केंद्र सरकार शुरू किए गए राहवीर योजना का उद्देश्य आमजनता को आपातकालिन स्थिति में सड़क दुर्घटना पीड़ितो को मदद करने के लिए प्रेरित करना है. इसके तहत काई व्यक्ति गंभीर सड़क दुर्घटना में पीड़ित व्यक्ति को तत्काल सहायता कर दुर्घटना के स्वर्णिम समय अर्थात दुर्घटना के एक घंटे तक चलने वाली अवधि में अस्पताल या ट्रामा सेंटर पहुंचाकर जान बचाई हो उसे 25 हजार रूपए पुरस्कार के साथ प्रंशसा पत्र दिया जाएगा. सबसे योग्य राहवीर को जिसे पूरे वर्ष के दौरान सम्मानित किए गए सभी व्यक्तियों मे से चुना जाएगा के लिए 10 राष्ट्रीय पुरस्कार होंगे और 01 लाख रूपए की राशि प्रदान की जाएगी. इस अवसर पर अपर कलेक्टर प्रदीप कुमार साहू, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार सोनी, सभी एसडीएम, एसडीओपी, सीएचएमओ जी.एस. जात्रा, जिला परिवहन अधिकारी सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी मौजूद थे.