पुलिस कार्यालय जशपुर स्थित सभाकक्ष में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह ने अपराध की समीक्षा बैठक ली, जिसमें समस्त राजपत्रित अधिकारीगण सहित थाना/चौकी प्रभारीगण, सभी शाखाओं के प्रभारीगण उपस्थित रहे. पुलिस अधीक्षक द्वारा अनुविभागवार थाना/चैकी के लंबित प्रकरणों की जानकारी ली गई एवं उसका निराकरण हेतु निर्देशित किया गया.
वर्तमान में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा समस्याओं का समाधान करने हेतु सुशासन तिहार-2025 चलाया जा रहा है, इसके तहत् समस्याओं से संबंधित आवेदन ऑनलाइन/शिविर के माध्यम से प्राप्त हो रहे हैं. पुलिस विभाग से जिला स्तर पर अनिल सोनी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को सुशासन तिहार-2025 का नोडल अधिकारी बनाया गया है. इसके तहत् प्राप्त आवेदनों का समयसीमा में निराकरण किया जा रहा है, साथ ही शेष लंबित आवेदनों का पर्यवेक्षण करते हुये एसएसपी द्वारा 02 सप्ताह के भीतर निराकरण किये जाने हेतु संबंधितों को निर्देश दिया गया है.
सायबर फ्रॉड से लोगों को जागरूक करने के लिये ClickSafe कार्यक्रम जशपुर पुलिस द्वारा चलाया जा रहा है, एसएसपी द्वारा इसके तहत् अपने-अपने थाना क्षेत्रों के ग्रामों में सायबर योद्धा का सहयोग लेकर जनचौपाल लगाकर जागरूकता कार्यक्रम चलाने हेतु निर्देशित किया गया.
बढ़ती सड़क दुर्घटना को लेकर जशपुर पुलिस अलर्ट मोड में हैं। एसएसपी द्वारा “सड़क सुरक्षा मितान” की बैठक लेकर कार्यवाही करने हेतु कहा गया है. दुर्घटना में घायल व्यक्तियों को तत्काल अस्पताल पहुंचाने पर उन्हें सम्मानित किया जायेगा. 03 सवारी बैठाकर तेज रफ्तार से हॉर्न बजाते हुए, स्टंट करते हुये दुपहिया वाहन चलाने वालों एवं नशे में वाहन चलाने पर चालानी कार्यवाही बढ़ाने के साथ मालवाहकों पर सवारी बैठाने वालों पर कड़ाई के भी निर्देश दिए गए हैं. नशे में वाहन चलाने पर चालक के विरूद्ध कार्यवाही कर प्रकरण न्यायालय में प्रस्तुत करने हेतु कहा गया है, साथ ही उसका अनिवार्य रूप से ड्राईविंग लायसेंस निरस्तीकरण करने हेतु निर्देशित किया गया.
एसएसपी द्वारा जिले में मुख्य रूप से गौ-तस्करी एवं मादक पदार्थों की तस्करी का सप्लाई चैन तोड़ने हेतु निर्देशित किया गया है. इस संबंध में जिले के थाना प्रभारियों को मुखबीर तंत्र को एक्टिव कर लगातार कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया. गांजा के आतन अपराधियों की पहचान कर उनके विरूद्ध कड़ी वैधानिक कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया है.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा मीटिंग में उपस्थित अधिकारियों को कड़ी चेतावनी देते हुये कहा कि अवैध गतिविधियों में किसी तरह की संलिप्तता पाई जाती है तो संबंधित के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी. पुराने लंबित अपराधों की प्रत्येक थानावार समीक्षा की गई एवं शीघ्र निराकरण हेतु दिशा-निर्देश दिये गये. पुलिस अधीक्षक जशपुर ने जिले के अवैध कारोबार, गांजा तस्कर जुआ, सट्टा, नशीली दवाओं के विरुद्ध कार्रवाई करने लंबित अपराध, चालान, विवेचना, लघु अधिनियम, आर्म्स एक्ट, मर्ग जैसे अनेक विषयों पर गंभीरता से निराकरण करने के निर्देश दिये गये. लंबित समंस/वारंट की तामीली शत प्रतिशत करने हेतु निर्देशित किया गया. आर्थिक अपराध में संलिप्त फरार आरोपियों का लूक आउट सर्कुलर जारी करने के निर्देश दिये गये. वरिष्ठ कार्यालयों से प्राप्त शिकायतों का त्वरित निराकरण किये जाने हेतु निर्देशित किया गया.
इस बैठक में एसएसपी ने सभी थानों के आंकड़ों का अनुविभागवार निरीक्षण किया, सभी थाना/चौकी के विवेचकों से उनके पास लंबित अपराध, मर्ग, चालान एवं 01 माह से अधिक समय से लंबित वरिष्ठ कार्यालयों से प्राप्त शिकायतों पत्रों के बारे मे जानकारी ली एवं यथाशीघ्र निराकरण हेतु निर्देशित किया है. क्राईम पेंडेंसी में कमी लाने हेतु निर्देशित किया गया है.
बैठक में एसएसपी ने सभी प्रतिबंधात्मक कार्यवाहियों में बाउंड गोवर की कार्यवाही करने हेतु भी निर्देशित किया है. थाना प्रभारियों को अपने क्षेत्र में निरंतर पेट्रोलिंग करने के लिए भी निर्देशित किया है. यातायात शाखा को ब्लैक स्पॉट के संबंध में कार्यवाही करने एवं आईरेड पेंडिंग का त्वरित निराकरण हेतु कहा गया.
एसएसपी ने जिले के अपराध समीक्षा बैठक मे विवेचक के कार्यों की समीक्षा की, उन्होंने कहा कि उच्च स्तर की विवेचना की जाए. राजपत्रित अधिकारी विवेचकों के कार्यों की प्रतिदिन मानीटरींग कर आवश्यक दिशा-निर्देश देवें. एसएसपी ने समस्त थाना प्रभारियों एवं विवेचकों को स्पष्ट निर्देशित करते हुए कहा कि आपके अधिनस्थ, आपके द्वारा की जाने वाली विवेचना एवं दोषसिद्धि पर विशेष ध्यान दिया जाए. विवेचना के स्तर पर आवश्यक सुधार कर दोषसिद्धि स्तर बढ़ाने का भरपूर प्रयास करें.
क्राइम मीटिंग के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर ने पुलिस राजपत्रित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सभी हफ्ते मे कम से कम एक बार अपने अधिकार क्षेत्र के किसी एक थाना मे विजिट जरूर करें तथा समय-समय पर औचक निरीक्षण करें, साथ ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने निर्देश दिए कि रात्रि गष्त को और अधिक प्रभावी बनावे, ताकि चोरी इत्यादि की घटनाओं पर रोक लगे. प्रत्येक आरक्षक अपने-अपने बीट की कानून व्यवस्था एवं अपराध की जानकारी रखे एवं समय-समय पर अपने वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराते रहे.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि प्रत्येक थाना/चौकी प्रभारी एवं रक्षित निरीक्षक स्वयं गणना लेंगे. साथ ही, शिकायत के संबंध में कोई भी व्यक्ति थाना/चौकी से निराश होकर न लौटे, सभी के साथ शालीनता एवं सौहार्दपूर्ण व्यवहार करें एवं सभी की शिकायतों पर निष्पक्ष जांच हो, साथ ही विभिन्न घटित अपराधों में प्राथमिकता के आधार पर निराकरण किया जाए, निगरानी बदमाश/गुंडा बदमाश की थाना मे लगातार बुलाकर और सकूनत पर जाकर चेकिंग करते रहें. पैदल मार्च, कांबिंग गस्त और शाम को प्रभारी स्वयं क्षेत्र मे विजिबल पुलिसिंग के लिए निकले. पुलिस अधीक्षक ने यह भी निर्देश दिया कि शिकायतकर्ता की थाना में उचित सुनवाई हो जिससे कि उन्हें वरिष्ठ कार्यालय आकर शिकायत करने की आवश्यकता न पड़े. समस्त राजपत्रित अधिकारियों, थाना/चैकी प्रभारियों को पूरी क्षमता एवं उर्जा के साथ सजगतापूर्वक ड्यूटी करने हेतु निर्देशित किया.
उक्त अपराध समीक्षा बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जशपुर अनिल कुमार सोनी, एसडीओपी जशपुर चंद्रशेखर परमा, एसडीओपी कुनकुरी विनोद कुमार मंडावी, एसडीओपी पत्थलगांव डॉ. धुर्वेस कुमार जायसवाल, एसडीओपी बगीचा दिलीप कोसले, रक्षित निरीक्षक अमरजीत खूंटे एवं समस्त थाना/चौकी प्रभारी एवं कार्यालयीन शाखा प्रभारी उपस्थित रहे.