जिले के कांसाबेल ब्लॉक के दोकड़ा में स्थित प्राचीन भगवान जगन्नाथ मंदिर के जीर्णोद्धार के बाद प्राण प्रतिष्ठा का भव्य कार्यक्रम 21 से 27 मई तक किया गया है. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय धर्म पत्नी कौशल्या साय के साथ शामिल होंगे. प्राण प्रतिष्ठा के इस भव्य कार्यक्रम का शुभारम्भ 21 मई को भव्य कलश यात्रा से होगा. इस दिन बीजारोपण,पार्श्व विग्रह,गर्भधान कर्म कार्यक्रम सम्पन्न होगा. दूसरे दिन 22 मई को सूर्य पूजन, गौ पूजन, मंदिर प्रवेश, वष्टमवागिनी संस्कार, मंडल पूजा, पार्श्व विग्रह, प्राण प्रतिष्ठा, 23 मई को सूर्य पूजा, गौ पूजा, मंडल पूजा, शिखर कलश, नील चक्र स्थापना, महा स्नान, यज्ञ और अधिवास, 24 मई को सूर्य पूजा, गौ पूजा, मंडल पूजा, यज्ञ हवन, 25 मई को प्राण प्रतिष्ठा, श्री जगन्नाथ, सुभद्रा और बलराम जी का मंदिर प्रवेश, सोलह पूजा, बीज़ मंत्र, आरती, अग्नि अभिषेक, पूर्णाहुती, छाया प्रति दर्शन, आरती, पुष्पांजलि व प्रसाद वितरण, 26 मई को अष्ट प्रहरी हरि कीर्तन नाम उच्चारण प्रारम्भ 27 मई को पूर्णाहुति और प्रसाद वितरण के साथ ही यह कार्यक्रम सम्पन्न होगा.
पुरी के आचार्यो का समूह पहुंचेगा दोकड़ा
भगवान श्री जगन्नाथ महाप्रभु के प्राण प्रतिष्ठा को वैदिक रीति रिवाज़ से सम्पन्न कराने के लिए ओडिशा के जगन्नाथ पुरी से आचार्यो का समूह दोकड़ा आमंत्रित किया गया है. इस समूह में पंडित पदम्नाभो महापात्र,पंडित वासुदेव महापात्र, पंडित प्रशंत कुमार दास, पंडित जगन्नाथ मिश्र, शोभनाथ मिश्र, पंडित बादल कुमार मिश्र शामिल हैं. आयोजन समिति के स्वयं सेवक इन दिनों प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारी को अंतिम रूप देने में जूटे हुए हैं.
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय होंगे शामिल:
दोकड़ा स्थित इस प्राचीन भगवान श्री जगन्नाथ मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय शामिल होने के लिए दोकड़ा पहुंचेंगे. आयोजन के शुभारंम के दिन उनके कार्यक्रम में शामिल होने की संभावना है. इस प्राचीन भगवान श्री जगन्नाथ मंदिर के प्रति मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की विशेष श्रद्धा रही है. मंदिर का जीर्णोद्धार और भव्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन उन्ही के मार्गदर्शन में आयोजित किया जा रहा है.
आठ दशक से हो रहा भगवान श्री जगन्नाथ जी का पूजा:
दोकड़ा में भगवान श्री जगन्नाथ महाप्रभु की पूजा की परम्परा 8 दशक से भी पुराना है. मंदिर के पुजारी पंडित कुमोद चंद्र सतपती बताते हैँ इस क्षेत्र में रथ यात्रा की परम्परा की नींव स्व.पंडित सुदर्शन सतपती और उनकी धर्म पत्नी स्व. सुशीला सतपती ने रखी थी. 1968 में दोकड़ा में मंदिर का निर्माण किया गया था। समय गुजरने के साथ मंदिर जर्जर हो गया था. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इसके जीर्णोद्धार के लिए आधारशिला रखी थी. अब जीर्णोद्धार का काम पूरा हो चुका है. इस नव निर्मित मंदिर में भगवान श्री जगन्नाथ महाप्रभु, माता सुभद्रा, ब्लभद्र प्रवेश करने जा रहे है. आयोजन समिति ने अधिक से अधिक संख्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने की अपील श्रद्धालुओं से की है.