जैजैपुर: जिले के जैजैपुर ब्लाक अंतर्गत ग्राम अकलसरा में दो खदान संचालित है, एक का मालिक प्रतीश गोयल तो वहीं दूसरे का मालिक अरविंद सोनी है. दोनों डोलोमाइट खदान संचालक सारे नियम कायदों को ताक पर रखकर संचालित कर रहे हैं. यहां हर तरह से प्रशासनिक नियमों की धज्जियां उड़ाई जाती है. शासन प्रशासन को लगातार चुना लगाकर अवैध कमाई कर रहे हैं. सुरक्षा नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. सरकार के आंख में धूल झोकते हुए सरकार को लाखों का चूना लगाया जा रहा है. शुभ मिनरल्स के अकलसरा खदान में नियमों की जिस तरह धज्जियां उड़ाई जा रही हैं वह तो विभागीय सांठ गांठ के तरफ इशारा करते हैं. बहरहाल शुभ मिनरल्स अपने गोरखधंधे के इस खेल में सबसे ज्यादा कच्चा बिल में काम कर सभी जिम्मेदार अधिकारियों को पक्का खुश कर रहे हैं. इसी कारण शुभ मिनरल्स के संचालक एवं अरविंद सोनी के द्वारा क्रेशर और खदान संचालन में सारे नियम की धज्जियां उड़ाते हुए कार्य किया जा रहा है.
अब देखना यह होगा कि इस गोरखधंधे पर कब और क्या कार्यवाही होती है. या इसी तरह डोलोमाइट का दोहन कर शासन के खजाने पर सेंधमारी का खेल जारी रहेगा.
बिना रॉयल्टी पर्ची के हो रहा परिवहन
ग्राम पंचायत अकलसरा में दो डोलोमाइट पत्थर खदाने संचालित हैं. दोनों खदान संचालक बिना रायल्टी पर्ची के खदान से क्रेशर तक परिवहन कर रहे हैं. इसकी जानकारी जिले के खनिज विभाग को भी है बावजूद इसके खनिज विभाग कुम्भकर्णी निद्रा में लीन है, या फिर खनिज विभाग के संरक्षण में ये सारा अवैध कारोबार चल रहा है.
हेवी ब्लास्टिंग से गाँव के घरों में पड़ रही है दरारें, दहशत में लोग
ग्राम पंचायत अकलसरा में दो खदानें संचालित है और दोनों खदान संचालक हेवी ब्लास्टिंग कर पत्थर तोड़ने का काम कर रहे हैं हेवी ब्लास्टिंग से गांव के घरों पर असर पड़ रहा है और दीवालों में दरार पड़ रही है नजदीक में सरकारी स्कूल भी है जहाँ कई जगह में दरार भी पड़ चुकी है और विद्यार्थी दहशत में पढ़ने को मजबूर हैं. लेकिन जिला प्रशासन में बैठे जिम्मेदार अफसर आम जनता एवं विद्यार्थियों को कुछ नही समझते जिसके फलस्वरूप खदान संचालकों के हौसले बुलंद हैं.
जिस विभाग की है जिम्मेदारी वह साबित हुआ फिसड्डी
ग्राम पंचायत अकलसरा में दो खदाने संचालित हैं जिले में खनिज विभाग है जो पूरा फिसड्डी साबित हो गया है जानकारी देने के बावजूद भी खनिज विभाग कार्रवाई करने में असफल साबित हो रहे हैं चाहे वो अवैध डोलोमाईट पत्थर उत्खनन का मामला हो या अवैध रेत उत्खनन का मामला हो या फिर अवैध लाल ईंट भट्ठों का मामला हो एक भी कार्रवाई खनिज विभाग के द्वारा नही की जा रही है. जिले का खनिज विभाग एक तमाशबीन बनकर मलाई खाने में व्यस्त है.
अगर ऐसा है तो मैं जांच करवाता हूँ, जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी- के के बंजारे जिला खनिज अधिकारी सक्ति