सूरजपुर: प्रतापपुर विकासखंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) की कार्यशैली को लेकर आज ब्लॉक मुख्यालय में जोरदार विरोध दर्ज किया गया. जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर बीईओ को तत्काल निलंबित करने की मांग की.
ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि 16 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बीईओ ने विधायक प्रतापपुर की अनुशंसा पर भाजपा कार्यकर्ताओं को शासकीय स्कूलों में ध्वजारोहण करने का आदेश जारी किया था. यह आदेश पूर्णतः नियम विरुद्ध और जनप्रतिनिधियों व संस्था प्रमुखों के सम्मान के प्रतिकूल था. इस मामले में 16 अगस्त को ही कलेक्टर के नाम अनुविभागीय अधिकारी प्रतापपुर को लिखित शिकायत दी गई थी, लेकिन कार्रवाई न होने पर आज एसडीएम कार्यालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन कर आक्रोश जताया गया.
प्रदर्शन में रहे जनप्रतिनिधि व ग्रामीण
धरना-प्रदर्शन में जिला सदस्य सुरेश आयाम, पूर्व जनपद उपाध्यक्ष प्रतिनिधि संजू श्रीवास्तव, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नवीन जायसवाल, त्रिभुवन सिंह, वरिष्ठ पार्षद मासूम इराकी सहित कई जनप्रतिनिधि और सैकड़ों ग्रामीण बड़ी संख्या में मौजूद रहे. उनका कहना था कि बीईओ की मनमानी से न केवल शिक्षा व्यवस्था बिगड़ रही है बल्कि लोकतांत्रिक परंपराओं का भी अपमान हो रहा है.
प्रशासन पर उठे सवाल
प्रदर्शनकारियों ने सवाल उठाया कि इतने गंभीर आरोपों और वर्षों से हो रही शिकायतों के बावजूद जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग चुप क्यों है. आखिर किस दबाव में विवादित बीईओ को प्रतापपुर में सात वर्षों से टिकाए रखा गया है.
यदि जिला प्रशासन ने तत्काल कड़ी कार्रवाई नहीं की तो शिक्षा का भविष्य पूरी तरह अंधकार में डूब जाएगा.