Chhattisgarh: ड्रोन स्प्रेयर से खेतों में नैनो यूरिया का छिड़काव: विभाग ने बताए कई महत्वपूर्ण फायदे

कुरुद: कुरुद विकासखंड के अंतिम छोर के गांव जोरातराई (सि) में कृषि विभाग एवं इक्कों कम्पनी के संयुक्त पहल से नैनो यूरिया एवं नैनो डी.ए.पी. का धान के खेतों में’ ड्रोन स्पैयर से छिड़‌काव कर प्रदर्शन किया गया. इस प्रदर्शन के लिए प्रगतिशील किसान हेमन्त साहू एवं लोकनाथ साहू के खेतों का चयन कर अन्य किसानों की उपस्थिति में ड्रोन स्प्रे विशेषज्ञ द्वारा कराया गया.
मौके पर उपस्थित किसानों को ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी पुरुषोत्तम सिन्हा ने  नैनो यूरिया एवं नैनो डी. ए. पी. के उपयोग की तकनीकी एवं इससे होने वाले लाभ की जानकारी देते हुए बताया कि कृषि विभाग द्वारा ड्रोन का उपयोग करके खेतों में खाद एवं कीटनाशकों का छिड़काव किया जा रहा है, जिससे किसानों को कई लाभ हो रहे हैं. यह एक आधुनिक तकनीक है जो किसानों के काम को आसान बनाती है और उन्हें अधिक उपज प्राप्त करने में मदद करती है.
केवल 7 मिनट में हो गया एक एकड़ खेत मे छिड़काव:
प्रगतिशील कृषक चोवाराम गंजीर, हेमंत साहू, हिरामन साहू ने बताया कि ड्रोन का उपयोग करके, 1 एकड़ खेत में 7 मिनट में छिड़काव किया जा सकता है, जबकि पारंपरिक तरीकों से इसमें अधिक समय लगता है. वहीं  नैनो युरिया एवं नैनो डी ए.पी. के उपयोग से रासायनिक खाद की कमी की पूर्ति व ड्रोन स्पेयर के माध्यम से मजदूरों की अनुपलब्धता का निदान होगा. इस प्रदर्शन के दौरान ग्राम के कृषक खिलेश्वर, पीलू राम, चन्द्रशेखर, संतराम, बिनोद साह, टिकेशवर, मदन साहु ने कम समय मे ज्यादा काम के साथ खाद की बचत होते देख प्रसन्नता जाहिर की.
90 प्रतिशत पानी व 40 प्रतिशत कीटनाशक की बचत:
 नैनो इफको कंपनी के फील्ड ऑफिसर सत्तु सिन्हा ने बताया कि ड्रोन छिड़काव से 90% तक पानी और 40% तक कीटनाशकों की बचत होती है, जिससे लागत कम होती है और पर्यावरण पर भी कम असर पड़ता है. ड्रोन का उपयोग करके, किसानों को अब पीठ पर टंकी टांगकर छिड़काव करने की आवश्यकता नहीं है. ड्रोन छिड़काव से फसलों को समान रूप से दवाएं मिलती हैं, जिससे उपज में वृद्धि होती है.
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