छिंदवाड़ा : कोतवाली पुलिस ने एचडीबी फाइनेंसियल सर्विसेज गोल्ड लोन शाखा से गायब हुए लाखों के गोल्ड चोरी का खुलासा किया है इस माम्ल में बैंक ऑडिटर ही आरोपी निकला है.आरोपी से तकरीबन 21 लाख से अधिक का मशरूका जब्त किया है.पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में पेश कर जेल भेजा दिया गया.
कंट्रोल रूम में प्रेस वार्ता लेत हुए बताया कि 24 दिसम्बर को प्रार्थी एचबीडी फाईनेंसियल सर्विसेज गोल्ड लोन शाखा नागपुर रोड के ब्रान्च मैनेजर विशाल भारद्वाज ने एक लिखित आवेदन दिया की 20 दिसम्बर को जबलपुर से आये गोल्ड इन्सपेक्टर अजीत सिंग ने गोल्ड लोन आडिट करते समय दो गोल्ड पैकेटो में कुल लगभग 309.43 ग्राम सोना कीमती 21 लाख 63 हजार रूपये का कम होना बताया.
जिसकी सूचना ब्रान्च मैनेजर ने कम्पनी के वरिष्ठ अधिकारियों को दी.इस मामले में कंपनी ने बाहर से अधिकारियों को भेजकर जांच कराई गई. जो 5 दिसम्बर से 20 दिसम्बर के 04.00 बजे के मध्य लोन खाता क्रमांक 43907599, 54061952 के पैकेटो से लगभग 309.43 ग्राम सोना कीमती लगभग 21 लाख 63 हजार नहीं मिले.
सूचना पर थाना कोतवाली में धारा 305 (1) बीएनएस मे तहत मामला दर्ज कर जांच में लिया गया.इस मामले में गोल्ड लोन ब्रान्च मे हुई चोरी की घटना को गंभीरता से लेते हुए एसपी अजय पाण्डेय ने स्पेशल टीम गठित कर मामले की जांच करने के निर्देश दिए.एएसपी अवधेश प्रताप सिंह एवं थाना अजाक डीएसपी राजेश बंजारे के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी कोतवाली के नेतृत्व में एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया.
पुलिस टीम के ने गोल्ड लोन ब्रान्च में जाकर सभी कर्मचारियों से बारीकी से पूछताछ की गई. ब्रान्च में लगे सीसीटीवी कैमरा को खंगाला गया.जिसमें 19 दिसम्बर को ब्रान्च में ऑडिटर अजीत सिंग पिता गनपत सिंग कौशिक उम्र 38 साल निवासी वार्ड न 03 ग्राम पोस्ट उपनी जिला सीधी ने आडिट किया था.
ऑडिट के फुटेज देखने पर अजीत सिंग की कार्यप्रणाली संदेहास्पद पाई गई. संदेही अजीत सिंह कौशिक से पूछताछ करने पर प्रारंभ में गुमराह करने लगा, कोई संतोष जनक जवाब नहीं मिला.इसके बाद पुलिस ने बारिकी एवं कढाई से पूछताछ करने पर उसने अपराध करना स्वीकार कर लिया.
उसने बताया कि वह एचडीबी फाइनेसिंयल सर्विसेज गोल्ड लोन में गोल्ड इन्सपेक्टर है.वह 18 जिलो में जाकर गोल्ड लोन ऑडिट करता है.वह 19 दिसम्बर को नागपुर रोड स्थित गोल्ड लोन ब्रान्च आडिट करने पहुंचा था.इस दौरान उसने दो गोल्ड लोन पैकेट को नीचे से काटकर 05 नग सोने के कंगन, 01 सोने की चैन, 02 नग सोने के नेकलेश, 08 नग सोने के टाप्स, 03 नग सोने की चैन लाकेट सहित को निकालकर शेष आभूषण को पुन: पैकेट में रखकर टेप चिपका दिया.
इन आभूषणो को होटल के स्टोर रूम में बोरी के नीचे पॉलीथिन में छिपाकर रख दिया.20 दिसम्बर को ब्रान्च में आडिट के दौरान वह दोनों गोल्ड पैकेट बिना आडिट किए गोल्ड लोन पैकेटो में मिला दिया.आरोपी के बताए अनुसार गुरूकृपा होटल नरसिंगपुर रोड के स्टोर रूम में बोरी के नीचे कुल 309.43 ग्राम के सोने के आभूषण कीमती 21 लाख 63 हजार का गोल्ड जब्त कर आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया गया.
इनकी रही महत्वपूर्ण भूमिका
आरोपी को पकडने में निरीक्षक उमेश कुमार गोल्हानी, सउनि ब्रिजेश रघुवंशी, प्रधान आर 98 रविन्द्र ठाकुर, आर. 219 विकास बैस, सायबर सैल से आरक्षक आदित्य रघुवंशी आरक्षक नितिन सिंग की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। जिन्हे पुलिस अधीक्षक ने पुरूस्कृत किये जाने की घोषणा की गई है.